कर्तव्यनिष्ठा की मिसाल थे वल्लभ भाई पटेल.
1909 की बात है पटेल कोर्ट में जिरह कर रहे थे और तभी खबर मिली कि उनकी पत्नी का देहांत हो गया है.
पटेल की कर्तव्यनिष्ठा ही थी कि उन्होंने पहले कोर्ट की कार्यवाही पूरी की और उसके बाद कोर्ट खत्म होने पर सबको इस दुखद घटना के बारे में बताया