शुरू में सालासर हनुमान का मंदिर बहुत छोटा सा था और सिर्फ आस पास के लोग ही इस मंदिर में पूजा अर्चना करने आते थे.
धीरे धीरे इस मंदिर की मान्यता बढ़ी और दूर दूर से लोग इस मंदिर में हनुमान जी के अनोखे रूप के दर्शन करने और अपनी मनोकामनाएं पूरी करने के लिए मन्नत मांगने आने लगे.