इस मंदिर में हनुमान जी की जो मूर्ति है वो अपने आप में अनोखी है. इस मूर्ति में हनुमान जी के दाढ़ी और मूंछे है. इस प्राचीन मूर्ति के बारे में कहा जाता है कि परम हनुमान भक्त मोहन दास के स्वप्न में हनुमान जी आये थे और उन्होंने उस स्थान पर अपनी उपस्थिति के बारे में मोहनदास को बताया.