अर्जुन तेंदुलकर – क्रिकेट की दुनिया से जुड़ी खबरों में पिछले कुछ दिनों से तेंदुलकर सरनेम छाया हुआ है।
अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट से सन्यास ले चुके क्रिकेट के भगवान सचिन तेंदुलकर एक बार फिर से खेल के मैदान पर नहीं उतरे हैं। बल्कि उनके 18 वर्षीय बेटे अर्जुन तेंदुलकर ने अंडर-19 टीम का हिस्सा बनकर अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में पदार्पण किया है।
इन दिनों अंडर-19 भारतीय क्रिकेट टीम श्रीलंका के खिलाफ टेस्ट सीरीज खेल रही है। अपने इंटरनेशनल डेब्यू मैच में जहां अर्जुन तेंदुलकर पहला विकेट झटक चुके हैं। वही जब बल्लेबाजी की बारी आई तो अर्जुन को डक का सामना करना पड़ा।
सदी के महानतम बल्लेबाज का बेटा होने की वजह से लेफ्ट-आर्म पेसर अर्जुन पर लगातार अच्छा प्रदर्शन करने को लेकर प्रेशर बना रहता है। अर्जुन को टूर्नामेंट्स में चयन को लेकर भी विवादों का सामना करना पड़ता है। यदि आपको भी लगता है कि जूनियर तेंदुलकर अपने पिता की वजह से यहां तक पहुंच पाए हैं तो आपको उनके प्रदर्शन से जुड़ी ये बातें जरूर जान लेनी चाहिए –
मुंबई टीम के हीरो अर्जुन तेंदुलकर
पिछले साल सितम्बर में अर्जुन जे.वाय. लेले इनविटेशनल टूर्नामेंट के लिए मुंबई अंडर-19 वन डे टीम का हिस्सा बने थे। 2017-18 कूच-बिहार ट्रॉफी के दौरान अर्जुन ने मुंबई अंडर-19 टीम के लिए 5 मैचों में 19 विकेट्स झटके थे, जिनमें दो ‘5-विकेट्स हॉल (एक ही इनिंग्स में 5 या अधिक विकेट्स लेना)’ थे।
अर्जुन अंडर-19 के साथ ही मुंबई अंडर-14 व अंडर-16 टीमों के लिए भी खेल चुके हैं।
हैरिस शील्ड पर कब्जा
अर्जुन ने 2011 में हैरिस शील्ड टूर्नामेंट में डेब्यू किया था। अपने इस डेब्यू मैच में भी अर्जुन डक पर आउट हो गए थे। मगर जब बॉलिंग की बारी आई तो उन्होंने 8 विकेट्स झटके और अपनी धीरूबाई अंबानी इंटरनेशनल स्कूल की टीम को जीत दिलवा दी। याद दिला दे कि हैरिस शील्ड टूर्नामेंट में ही सचिन तेंदुलकर व विनोद कांबली ने 664 रनों की यादगार पार्टनरशिप की थी।
ऑलराउंडर है अर्जुन
वैसे तो टीम में अर्जुन की मुख्य भूमिका गेंदबाज की होती है। मगर कुछ टूर्नामेंट्स में वो बतौर ऑलराउंडर परफॉर्म कर चुके हैं। साल की शुरूआत में ही अर्जुन ऑस्ट्रेलिया में हो रही ‘स्पिरिट ऑफ क्रिकेट ग्लोबल चैलेंज’ में क्रिकेटर्स क्लब ऑफ इंडिया के लिए खेल रहे थे। हॉन्ग कॉन्ग क्रिकेट क्लब के खिलाफ खेले गए इस टी-20 मैच में अर्जुन ने ऑलराउंड प्रदर्शन करते हुए 27 गेंदों में 48 रन्स व 4 ओवरों में 4 विकेट्स लिए थे।
अर्जुन ने अपनी पहला शतक 2012 में 13 साल की उम्र में मारा था।
ब्रायन लारा को कर चुके हैं आउट
तेज गेंदबाज अर्जुन कई अंतर्राष्ट्रीय बल्लेबाजों का सामना कर चुके हैं। पिछले दिनों सामने आई एक वीडियो में अर्जुन वानखेड़े स्टेडियम में भारतीय टीम के कप्तान विराट कोहली के लिए गेंदबाजी कर रहे थे। अर्जुन लॉर्ड्स की इनडोर अकादमी में भी ट्रेनिंग ले चुके हैं।
पिछले साल अर्जुन की यॉर्कर की वजह से इंग्लिश विकेटकीपर जॉनी बैर्स्तोव को चोट लग गई थी। 2015 के एक एग्जीबिशन मैच में अर्जुन ने द ग्रेट ब्रायन लारा का विकेट झटका था।
अर्जुन तेंदुलकर के कोच
पुणे-बेस्ड कोच अतुल गायकवाड़ अर्जुन को तीन साल से क्रिकेट की बारीकियां सीखा रहे हैं। नेशनल क्रिकेट एकेडमी से लेवल थ्री कोच गायकवाड़ का चुनाव खुद सचिन तेंदुलकर ने किया था। बता दे कि गायकवाड़ भारतीय महिला क्रिकेट टीम की स्टार प्लेयर व कप्तान मिताली राज को भी कोचिंग दे चुके हैं।
ये हैं जूनियर अर्जुन तेंदुलकर के आदर्श
मौजूदा अंतर्राष्ट्रीय भारतीय क्रिकेट टीम में ऐसे कई खिलाड़ी हैं जो सचिन तेंदुलकर को खेलता देखकर बड़ा हुए हैं और उन्हें अपना आदर्श मानते हैं। मगर अर्जुन का मामला जरा जुदा है। जूनियर तेंदुलकर ऑस्ट्रेलियाई लेफ्ट आर्म पेसर माइकल स्टार्क व इंग्लैंड ऑलराउंडर बेन स्टोक्स को अपना रोल मॉडल मानते हैं।
अर्जुन तेंदुलकर आज जिस मुकाम है, उसके लिए उन्होंने बहुत मेहनत की है। क्रिकेटप्रेमियों को अर्जुन से बहुत सी उम्मीदें हैं और हमें यकीन है कि जूनियर तेंदुलकर इन उम्मीदों पर जरूर खरा उतरेंगे।
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