राष्ट्रीय स्वंय सेवक संघ प्रमुख मोहन भागवत हमेशा अपने बयानों को लेकर खासा चर्चाओं में छाए रहते हैं।
कभी वह जातिवाद पर हमला करते है, तो कभी राजनीति मामलों को लेकर बयानबाजी करते हैं। हाल ही में विजयदशमी के अवसर पर परेड़ मैदान में आयोजित कार्यक्रम का संबोधन करते हुए मोहन भागवत ने भाजपा के चुनावी अभियान को मुद्दों के स्तर पर एक दिशा देते हुए राम मंदिर का मुद्दा उठाया था। इतना ही नही मंगलवार को राष्ट्रीय स्वंय सेवक संघ प्रमुख मोहन भागवत ने खुद अयोध्या में राम मंदिर को जल्द से जल्द बनवाने की याचना करते हुए पुणे के प्रसिद्ध गणेश मंदिर में विशेष पूजा अर्चना की।
इस पूजा को लेकर खुद गणेश मंदिर के पुरोहित ने यह दांवा किया है कि संघ प्रमुख मोहन भागवत ने श्रीमंत दगडुसेठ हलवाई गणपति मंदिर में पुरोहित मिलिंद राहुरकर के मार्गदर्शन में यह विशेष पूजा कार्यक्रम किया है।
राम मंदिर के लिए मोहन भागवत ने की गणेश पूजा
इसे २०१९ की राजनीति का चुनावी खेल कहे या फिर राम मंदिर पर एक बार फिर से शुरू होने वाली राजनीति… बात एक ही है। बीते कुछ दिनों से राम मंदिर के निर्माण का मुद्दा एक बार फिर से सुर्खियों में आ गया है। यहीं वजह है कि मोहन भागवत ने राम मंदिर बनाने की एक बार फिर मांग की है। अपने शब्दों के कारण खासा चर्चाओं में रहने वाले आरएसएस प्रमुख संचालक मोहन भागवत ने अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण के लिए पुणे के दगडूशेठ हलवाई गणपति मंदिर में अभिषेक करवाया। राम मंदिर के जल्द निर्माण के लिए मोहन भागवत ने इस पूजा के दौरान खास तौर पर संस्कृत मंत्रों का जाप भी किया।
पूजा अर्चना और अभिषेक के बाद आरएसएस प्रमुख ने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि आज यहां आने और गणेश भगवान का आशीर्वाद लेने का सही समय है, चूंकि मै यहां था… अब उनके इन शब्दों का असल मायनों में क्या अर्थ था, ये आने वाला वक्त ही बतायेगा। इसके बाद उन्होंने सभी को अभिषेक की सलाह दी और अभिषेक अर्पित करने लगे।
इस पूजा के दौरान राहुरकार द्वारा मंत्रोच्चार करने के बाद उन मंत्रो को पीछे से मोहन भागवत द्वारा दोहराने का एक विडियों सोशल मीडिया पर भी लगातार वायरल हो रहा है। इस वायरल वीडियों में आरएसएस प्रमुख भागवत राम मंदिर और रामराज्य शब्द कहते हुए सुनाई दे रहे हैं। हालांकि अपने इन शब्दों को लेकर अब तक मोहन भागवत ने कोई सफाई नहीं दी है। जबकि वहीं दूसरी ओर उनके इन शब्दों को लेकर राहुरकार ने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि उन्होंने कहा था कि “अयोध्या में राम मंदिर के शीघ्र निर्माण के लिए और रामराज्य को वास्तविक रूप देने के लिए यह पूजा अर्चना की गई है”।
इसके अलावा राहुरकार ने कहा कि “मोहन भागवत ने इस पूजा में राम मंदिर के साथ-साथ देश के नागरिकों के अच्छे स्वास्थय और विश्व शांति एवम् मानव जाति के कल्याण के लिए प्रार्थना की है”। याद दिला दे कि हाल ही में विजय दशमी के कार्यक्रम के दौरान मोहन भागवत ने कहा था कि “केन्द्र सरकार को उपयुक्त कानून के जरिए अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण का मार्ग प्रशस्त करना चाहिए”।
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