दो टुक में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरकार्यवाह कृष्ण गोपाल ने कहा – “अध्यापक, शिक्षक, वकील और पत्रकार बन घूम रहे हैं कुछ नक्सली“
ये दो टूक शब्द राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरकार्यवाह कृष्ण गोपाल जी ने आरक्षण पर अपना हक जताने वाले उस तबके के लिए कहे हैं, जो कि आरक्षण को अपना धर्म सिद्ध अधिकार बताते हैं। इतना ही नहीं ये लोग खुद लगातार धरने प्रदर्शन और अनशन पर बैठकर पहले चिल्ला-चिल्ला कर कहते है कि उनके साथ जाति तौर पर भेद-भाव हो रहा है।
वहीं दूसरी ओर यहीं लोग खुद आरक्षण की मांग कर अपने व अन्य जातियों के बीच एक खाई बनाते है।
देश भर में फैली इस आरक्षण की अग्नि पर अब राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के डॉ. कृष्ण गोपाल का कहना है कि “अब आरक्षण की मांग करने वालों को खुद ही तय करना होगा कि आखिर उन्हें कब तक आरक्षण चाहिये? इतना ही नहीं उन्होंने यह तक कहा कि जिस दिन आरक्षण की मांग करने वाले और उसका लाभ उठाने वाले खुद कहेंगे कि अब आरक्षण समाप्त होना चाहिए, उस दिन आरक्षण देश भर में समाप्त हो जाएगा।”
बता दे कि राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ के स्थापना दिवस विजयादशमी पर बीते शुक्रवार को
परेड मैदान में कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इसी कार्यक्रम में संघ समागम समारोह को संबोधति करते हुए राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के वरष्ठि पदाधिकारी कृष्ण गोपाल ने देशवासियों का आव्हान किया। उन्होंने कहा कि “वे वर्ग संघर्ष एवं राष्ट्र विरोधी गतिविधियों में लिप्त तत्वों से सावधान रहे, देश भर में मौजूद ऐसे शिक्षक, डॉक्टर, वकील, पत्रकार, अधिवक्ता, और किसान के तौर पर देश भर में छिपे बैठे हैं। ऐसे ही लोग देश द्रोही कार्यवाहियों में लिप्त लोगों की मदद और उग्रवादियों की न्यायल्य में मदद करते है।” सही मायनों में उनके इन तिखे शब्दों का बाण आरक्षण की मांग करने वाले उन वर्गो पर था, जो अपनी पढ़ाई और अपने दिमाग से ज्यादा आरक्षण की सीढ़ी पर चढ़कर अपना मुकाम हासिल करने का प्रयास करते हैं।
पुस्तक पढ़कर आप संघ को नहीं समझ सकते
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के डॉ. कृष्ण गोपाल का कहना है कि मात्र किताबों को पढ़कर संघ को नहीं समझा जा सकता, यदि आप संघ को सही मायनों में समझना चाहते हैं तो उसके लिए आपकों शाखा का हिस्सा बनना होगा। इसके अलावा डॉ. कृष्ण गोपाल ने यह भी कहा कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का विरोध वहीं लोग करते हैं, जो लोग भारत माता को बाटने और जवानों की हत्या करने का प्रयास करते हैं। वो लोग संघ के विरूद्ध इसलिए होते हैं, क्योकि वो जानते हैं कि अगर संघ बढ़ेगा, तो उनका अस्तित्व खत्म हो जायेगा।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के डॉ. कृष्ण गोपाल का कहना है कि देश भर में आरएसएस के प्रयासो के चलते ही उग्रवादी घटनाओं में तेजी से गिरावट आई है। इतना ही नहीं डॉ. गोपाल का तो यह तक कहना है कि पहले पूर्वोत्तर भारत में 80 से 90 उग्रवादी संगठन सक्रीय थे, जो अब शांत हो गए है और राष्ट्र की मुख्यधारा में शामिल हो रहे हैं।
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