जीवन शैली

फ्री में कभी नहीं खाना चाहेंगें ये डिशेज़, वजह कर देगी हैरान

सडा हुआ खाना – इस दुनिया में ना जाने ऐसे कितने ही लोग होंगें जो नई-नई चीजों को खाने का शौक रखते हों।

वहीं कुछ लोगों को तो खाने को लेकर रोकटोक करना बिलकुल भी पसंद नहीं है लेकिन क्‍या आप जानते हैं कि इस दुनिया में कुछ ऐसी भी डिशेज़ हैं जिन्‍हें खा पाना तो दूर की बात है आप देखना तक पसंद नहीं करेंगें लेकिन जहां पर ये डिशेज़ बनती हैं वहां के लोग इसे चाव से खाते हैं।

आपको बता दें कि इन डिशेज़ में खाने को सड़ा-गलाकर बनाया जाता है और इनका मानना है कि सडा हुआ खाना सेहत को फायदा करता है। यहां तक कि वैज्ञानिकों ने भी माना है कि सड़े हुए खाने से आंतों में गुड बैक्‍टीरिया पनपता है।

तो चलिए आज हम आपको सडा हुआ खाना, उन  चार डिशेज़ के बारे में बताते हैं जिसे अलग-अलग मौकों पर पहली और आखिरी बार खाया जा सकता है।

सडा हुआ खाना –

१ – लाइव एंड वीपिंग चीज़

ये डिश पनीर को सड़ाकर बनाई जाती है। इसे इस हद तक सड़ाया जाता है कि इसमें कीडे पड़ जाते हैं और इसमें से एक तरह का लिक्विड निकलने लगता है। इटली के सार्डिनियन इलाके में कासू मार्जु नामक पनीर की डिश मिलती है। इसमें जिंदा कीड़े होते हैं। यूरोपीय मानकों के आधार पर इस डिश को नहीं खाना चाहिए लेकिन भूख बढ़ाने के लिए ये अच्‍छी मानी जाती है। इस डिश से कीड़े उछलते रहते हैं और इसे कुछ इस तरह से खाना पड़ता है कि कीड़े आंख और नाक में ना घुसें।

२ – यूरिया वाली मछली

अगर आप कभी आइलैंड पर फंस जाते हैं तो आपको ये डिश खानी पड़ सकती है। इंसानों के लिए ग्रीनलैंड में पाए जाने वाले शार्क का मांस घातक होता है क्‍योंकि इसमें यूरिया की ज्‍यादा मात्रा होती है। इन्‍हें पकड़कर सिर काटा जाता है और फिर बिना सिर के शरीर को रेत में गाड़ दिया जाता है। जहां इन्‍हें गाढ़ा जाता है वहां पर इन्‍हें तब तक के लिए छोड़ा जाता है जब तक कि ये सड़ ना जाएं। कुछ महीनों बाद ये खाने को तैयार हो जाती हैं।

३ – एन आत्तो

ये जापान की डिश है और वहां पर इसे ब्रेकफास्‍ट के तौर पर खाया जाता है। इसे किण्‍वित किए गए सोया से बनाया जाता है यानि की पूरी तरह से सड़ा हुआ सोया। इसकी गंध और स्‍वाद से ही आपको इसके सड़ने का पता चल जाएगा। ये देखने में आंतों के इंफेक्‍शन जैसा लगता है।

४ – सरस्‍ट्रोमिंग

जापान के वैज्ञानिकों का कहना है कि इससे ज्‍यादा बदबूदार डिश तो और कोई हो ही नहीं सकती है। इसे लोग बाहर ही खाते हैं ताकि इसकी बदबू ना फैले। स्‍वीडन में भी इसे खाया जाता है। इस डिश को अद्भुत आविष्‍कार माना जाता है। एक सील बंद डिब्‍बे में हेरिंग को सड़ाया जाता है। इस प्रोसेस में बैक्‍टीरिया हाइड्रोजन सल्‍फाइड के साथ-साथ प्रोपोनिक एसिड और ब्‍यूटरीक एसिड बनते हैं। कई बार इसकी सड़न इतनी तेज होती है कि डिब्‍बा विस्‍फोट तक हो जाता है।

ये है सडा हुआ खाना – अगर आपको भी इन डिशेज़ को खाने का मौका मिले तो आप भी इन्‍हें फ्री में नहीं खा पाएंगें।

Parul Rohtagi

Share
Published by
Parul Rohtagi

Recent Posts

इंडियन प्रीमियर लीग 2023 में आरसीबी के जीतने की संभावनाएं

इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) दुनिया में सबसे लोकप्रिय टी20 क्रिकेट लीग में से एक है,…

2 months ago

छोटी सोच व पैरो की मोच कभी आगे बढ़ने नही देती।

दुनिया मे सबसे ताकतवर चीज है हमारी सोच ! हम अपनी लाइफ में जैसा सोचते…

3 years ago

Solar Eclipse- Surya Grahan 2020, सूर्य ग्रहण 2020- Youngisthan

सूर्य ग्रहण 2020- सूर्य ग्रहण कब है, सूर्य ग्रहण कब लगेगा, आज सूर्य ग्रहण कितने…

3 years ago

कोरोना के लॉक डाउन में क्या है शराबियों का हाल?

कोरोना महामारी के कारण देश के देश बर्बाद हो रही हैं, इंडस्ट्रीज ठप पड़ी हुई…

3 years ago

क्या कोरोना की वजह से घट जाएगी आपकी सैलरी

दुनियाभर के 200 देश आज कोरोना संकट से जूंझ रहे हैं, इस बिमारी का असर…

3 years ago

संजय गांधी की मौत के पीछे की सच्चाई जानकर पैरों के नीचे से ज़मीन खिसक जाएगी आपकी…

वैसे तो गांधी परिवार पूरे विश्व मे प्रसिद्ध है और उस परिवार के हर सदस्य…

3 years ago