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सङक पर सिम बेचने वाला 6 हजार करोङ का मालिक

रीतेश अग्रवाल

रीतेश अग्रवाल – सैकङो लोगो के बीच अपनी एक पहचान बनाना हर किसी का ख्वाब होता है।

लेकिन जरुरी नही हर किसी का ये ख्वाब पूरा हो । और जिनका ये ख्वाब पूरा होता है उन्हें इसके लिए कई इम्तिहान से गुजराना पङता। इस दुनिया में कोई भी चीज फ्री नही मिलती फिर कामयाबी फ्री में कैसे मिलती है। कहते हैं हर कामयाबी के पीछे हजारों दर्द की कहानियां छिपी होती है जिनके बारे में कोई बात नहीं करता ।

सबको सिर्फ उस इंसान की कामयाबी दिखाई देती है। और ऐसी ही कहानी है ‘ओयो रुमस ‘ के ओनर रीतेश अग्रवाल की, जो केवल 23 साल की उम्र में 6 हजार करोङ की संपत्ति के मालिक हैं। और रिपोर्ट्स के मुताबिक रितेश अग्रवाल की संपत्ति हर तीन महीने में तीस प्रतिशत के इजाफे के साथ बढती है। लेकिन आप भी इतनी कम उम्र में इतनी संपत्ति के मालिक, कही फैमिली बिजेनस तो नही था । तो हम आपको  बता दें कि रितेश अग्रवाल ने ये संपत्ति खुद अर्जित की है। और हाल ही में रीतेश अग्रवाल ने जापान की एक कंपनी साफ्टबैंक में 250 मिलियन डॉलर निवेश किए हैं ।

हालांकि रितेश अग्रवाल का ये सफर आसान नहीं था रितेश के माता – पिता चाहते थे  कि वो इंजीनियरनिंग की पढाई करे  । लेकिन रितेश अपना बिजनेस करना चाहते थे। माता पिता के कहने पर रितेश ने कोटा में आईआईटी में प्रवेश तो ले लिया था। लेकिन उनका मन अभी भी अपना बिजनेस करने का था। रितेश वीकेंडस पर हमेशा दिल्ली आते थे अपने दोस्तों से मिलने, जो खुद का बिजनेस करते थे। रितेश का हर वीकेंड में दिल्ली आने में बहुत खर्चा होता था। कोटा में भी आईआईटी में काफी पैसा लग रहा था। रितेश का वक्त इतना बुरा चल रहा था कई बार उन्हें सीढियों पर रात गुजारनी पङती थी  । लेकिन उनका दिल अपना काम करने के सपने को खत्म करने का कभी नही किया। रितेश ने अपने पैसों की समस्या  को खत्म  करने के लिए सिम कार्ड बैचने का काम शुरू किया ।

रीतेश अग्रवाल कंपनियों से सिम लाकर सङको पर सिम बेचा करते थे। वो वक्त रितेश के लिए काफी मुश्किल था लेकिन उन्होंने कभी हार नहीं मानी। उन्होंने आईआईटी छोङ दिल्ली में बिजनेस स्कूल में एडमिशन लिया । लेकिन उसे भी बीच में छोङ दिया । रितेश स्टीव जॉब्स से काफी प्रभावित थे। इसलिए उन्होंने कभी हार नहीं मानी। रितेश ने काॅलेज छोङने के बाद 2009 में एक ओरोवर नाम का  स्टार्ट अप शुरू किया । जिसे 2013 में उन्होंने Oyo rooms नाम की कंपनी में बदल दिया ।

‘Oye rooms’ ट्रेवलर्स को  सस्ते दामों में बेहतरीन सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए जानी जाती है। इस कंपनी के पूरे देश में 8,500 होटलों में 70 हजार कमरे है। जिनमें लोगों रहने और अच्छे खाने की सुविधा मिलती है।