अमेरिका में जिस तरह डोनाल्ड ट्रम्प ने इस बार इतिहास लिखते हुए राष्ट्रपति पद का चुनाव जीता है उससे अमेरिका में ख़ुशी और गम दोनों तरह का माहौल है.
जीत के अगले ही दिन खबर आई थी कि ट्रम्प की एंटी रैली के अन्दर फायरिंग की गयी है.
बड़े राजनैतिक जानकार बता रहे हैं कि अमेरिका इस तरह से पहली बार बंटा हुआ है. समाज का एक कट्टर वर्ग तो ट्रम्प को पसंद कर रहा है किन्तु शान्ति को चाहने वाले लोग अपने चुने हुए राष्ट्रपति को ही पसंद नहीं कर रहे हैं.
कुल मिलाकर अमेरिका में इस समय स्थिति वाकई गंभीर है.
लोग जनता द्वारा चुने हुए एक व्यक्ति को राष्ट्रपति मानने से इन्कार कर रहे हैं.
तो आइये जानते हैं कि आगामी समय में अमेरिका में कैसी स्थिति उत्पन्न हो सकती है-
काले और गोरे का झगड़ा –
इस समय अमेरिका की जनता दो गुटों में बंट गयी है. पहला ग्रुप है जो गोरे लोगों का है यह ट्रम्प को पसंद कर रहा है है. गोरे जो डोनाल्ड के साथ है उसमें अधिक संख्या में युवा हैं. ऐसे लोग जो सामने तो ट्रम्प का विरोध करते हैं लेकिन अन्दर ही अन्दर यही लोग अपने राष्ट्रपति के साथ हैं. इन्हीं लोगों ने गुपचुप तरीके से ट्रम्प को वोट देकर वाइटहाउस तक पहुँचाया है. असल में ट्रम्प बताते हैं कि गोरों की संख्या तेजी से अमेरिका में कम हो रही है. दूसरी तरफ अश्वेत लोग एक सोच की तरह आगे बढ़ रहे हैं. उनको पता है कि कैसे अमेरिका को अपने कब्जे में लेना है.
चल गयी गोलियां और हो गयी लड़ाई –
वहीँ अमेरिका में काफी जगहों पर डोनाल्ड ट्रम्प का विरोध राष्ट्रपति बनने के बाद भी हो रहा है.
डोनाल्ड ट्रम्प के विरोधी सड़कों पर हैं और बोल रहे हैं कि देश को कट्टर राष्ट्रपति मिल गया है. यह व्यक्ति हिंसा पर विश्वास करता है और इससे देश को हिंसा झेलनी ही होगी. इसी तरह की सभाओं में से सिएटल के अंदर हो रही रैली में अचानक से ही गोली चला दी जाती है. कुछ 7 लोग इस रैली में घायल हो जाते हैं.
डोनाल्ड ट्रम्प को बदनाम करने के लिए अमेरिका में पूरी तरह से प्लानिंग की जा चुकी हैं.
कौन हो सकता है हिंसा के पीछे –
असल में इस तरह की हिंसा ट्रम्प के लोग जीतने के बाद नहीं करेंगे क्योकि उनका नेता तो चुन लिया गया है. जो लोग ट्रम्प से जल रहे हैं और जिनका विरोध डोनाल्ड करते हैं वह लोग अब हिंसा पर उतर आये हैं क्योकि वह अपने इस नये राष्ट्रपति को बदनाम करने का मन बना चुके हैं. अमेरिका को दंगों की तरफ धकेलने का प्लान बनाया गया है. बाहर से पैसा भेजा जायेगा ताकि किसी भी तरह से इस नये राष्ट्रपति को विश्वभर में बदनाम किया जा सके.
इसी क्रम में लोग अमेरिका छोड़कर चल दिए हैं –
खबर इस तरह की भी आ रही है कि काफी अमेरिकन एक्टर और स्टार लोग इसलिए अमेरिका छोड़कर जा रहे हैं क्योकि वह ट्रम्प के विरोधी हैं. हॉलीवुड स्टार लेना दुन्हम, माइली सायरस और एमी शूमर ने ट्रम्प की जीत के बाद देश छोड़ने की बात कही है. वहीँ कुछ लोग बोल रहे हैं कि जिस दिन ट्रम्प राष्ट्रपति बने हैं वह दिन इतिहास का काला दिन है.
इस तरह से अमेरिका के लोगों की प्रतिक्रिया पहली बार सामने आ रही है.
वैसे अब डोनाल्ड ट्रम्प चुनाव जीतने के बाद सिर्फ और सिर्फ अच्छे काम करना चाहते हैं. इनका ध्यान सबसे पहले देश की अर्थव्यवस्था को गति देना है, जो अमेरिकन बेरोजगार हैं उनको रोजगार देकर ट्रम्प अपनी छवि सुधारना चाहते हैं.