अमीर लोग – अमीरों के शौक आम इंसान की समझ से एकदम परे हैं। जहां आम इंसान को दो वक्त की रोटी जुटाने में जी तोड़ मेहनत करनी पड़ती है वहीं अमीरों के शौक के लिए ही अरबों और करोड़ों खर्च हो जाते हैं।
आज हम आपको कुछ ऐसे शौकों के बारे में बताने जा रहे हैं जिनके लिए अमीर नहीं बल्कि बहुत ज्यादा अमीर बनना पड़ेगा। जो लोग दांत मांजने के लिए ही 20 हज़ार का टूथपेस्ट इस्तेमाल करते हों, ज़रा सोचिए उनके शौक कैसे होंगें।
इतना ही हनीं अगर वह अपने खाली समय में कुछ खेलने का भी मन बनाएं तो दो चार सौ रुपए का चेस सेट नहीं बल्कि 65 करोड़ रुपए का चेस सेट लेते हैा। ये सब जानकर आपको हैरानी तो जरूर हो रही होगी लेकिन आज हम आपको यही बताने जा रहे हैं कि हमारे देश की सबसे अमीर शख्सियतों के शौक क्या हैं।
70 हजार का गोल्डन फियोनिक्स कप केक
दुबई की एक बेकरी में ये केक मिलता है। हमारे जैसे आम इंसानों को तो ये देखना तक नसीब नहीं होगा क्योंकि इसकी कीमत 70 हज़ार रुपए है। अब ज़रा आप ही सोचिए कि हमारे जैसे आम लोग 70 हजार रुपए का केक क्यों खरीदेंगें। यह एक आइस्क्रीम केक है और इसमें लगी आइस्क्रीम को बनाने के लिए 23 कैरेट खाद्य सोने की सीट को युगांडा के वनीला बींस, इटैलियन चॉकलेट, स्ट्रॉबेरी आदि के साथ मिलकर बनाया जाता है। दुबई के राजघरानों में इस आइस्क्रीम की बहुत डिमांड है।
थियोडेंट 300 टूथपेस्ट
आम इंसान के घर महीने का राशन 5 से 10 हज़ार रुपए में आ जाता होगा लेकिन अमीर लोग तो इतने पैसे टूथपेस्ट तक पर खर्च नहीं करते हैं। जी हां, थियोडेंड टूथपेस्ट की 50 ग्राम ट्यूब की कीमत 20 हजार रुपए है और हमारे देश के अमीर लोग इसी का इस्तेमाल करते हैं। इसे यूनाइटेड स्टेट ऑफ अमेरिका में बनाया जाता है। इसमें चॉकलेट से निकलने वाना पदार्थ रेना का प्रयोग किया जाता है जोकि कैफीन जैसा होता है और दांतों के एनामल सरफेस को मजबूत बनाता है। जबकि रेनो नए एनामल्स को भी बनाता है। इस टूथपेस्ट को बनाने वाली कंपनी का कहना है कि दांतों को चॉकलेट से होने वाले नुकसान को इस टूथपेस्ट के अलावा कोई और टूथपेस्ट ठीक नहीं कर सकता है।
दुनिया की सबसे महंगी किताब
दुनिया की सबसे महंगी किताब है कोडेक्स लिसेस्टर जिसकी कीमत 206 करोड़ रुपए है। इस किताब को प्रसिद्ध साइंटिफिक लेखक लियोनार्डो द विंसी ने लिखी थी। इस किताब को कोडेक्स हैमर के नाम से भी जाना जाता है। 1506 से 1508 ईस्वी के बीच लिखी गई इस किताब में महज़ 72 पेज हैं जिनमें फोसिल्स और माउंटेन के बारे में लिखा हुआ है। यह किताब विंसी के 30 साइंटिफिक जनलर्स में सबसे ज्यादा प्रसिद्ध है। इस किताब को दुनिया के सबसे अमीर इंसान और माइक्रोसॉफ्ट के मालिक बिल गेट्स ने 11 नवंबर, 1994 को 30 मिलियन डॉलर में खरीदा था।
10 करोड़ का पैन
इस पैन की कीमत में तो एक पैन की पूरी फैक्ट्री खोली जा सकती है। अरोरा डायमेंटे सन् 1919 से फाउंटेन पैन बना रही है। यह इटली की एकमात्र कंपनी है जो फाउंटेन पैन अब भी बनाती है। कंपनी ने डायमेंटे नाम के पैन को साल 2009 में लॉन्च किया था और इस पर 30 कैरेट के डी बायर्स के हीरे जड़े हुए हैं।
ये सब महंगी चीज़ें अमीरों के शौक को पूरा करने के लिए बनाई जाती हैं।