हमसे कई लोग भोजन में चावल खाना पसंद नही करते क्यूकिं ये चिपचिपा और स्टार्च से भरपूर है, पर चावल में मौजूद कार्बनहाईड्रेट हमें कुछ ही क्षणों में ऊर्जा और पेट भरा होने का एहसास देता है ।
चावल भारतीय भोजन का एक मुख्य अंग है फिर भी हमसे कई लोग चावल को सिर्फ इसलिेए नज़रअंदाज़ करते कि हम ये मानते है कि भोजन में चावल की वज़ह से हमारी छरहरी कमर कमरा बन जाएगी । चावल की मांड या स्टा्र्च के कारण चावल खाते समय हमारे दिमाग मे हमेशा शक़ बना रहता है तो आज इसी की इसी फिदरत को ज़रा करीब से जानते है ।
आखिर किससे बना होता चावल ?
चावल के बारे मे कोई भी राय बनाने से पहले, हमे ये जान लेना जरुरी है कि किस तरह से चावल हमारे शरीर पर असर करता है । चावल एक तरह का अनाज है जिसे मुख्य आहार के तौर पर विश्व की लगभग आधी जनसंख्या खाती है।चावल की कई किस्मे है जैसे बासमती चावल , सफेद , भूरे, लाल और बैंगनी चावल आदि और हर चावल की किस्म अपने अंदर अलग गुण लिए हैं । सफेद चावल जिसे हम आम तौर पर खाते है एक जटील का्र्बोहाईड्रेट है जो हमे सभी पोषण नही देता, इससे किसी पोषक तत्व से भरपूर किसी खाघ पदार्थ के साथ खाना ही फायदेमंद हो सकता है ।
बीमार पड़ने पर क्यू दिया जाता चावल
भारत में बीमार पड़ने पर अकसर खिचड़ी या भोजन में चावल दिया जाता है । जिसके पीछे का कारण सिर्फ इतना है कि चावल लाइट होते है और आसानी से डाईजेस्ट हो जाते है। हमारे शरीर मे आसानी से डाईजेस्ट होकर चावल जल्द ही ऊर्जा पहुचाता है। इसकी मदद से मरीज आसानी अपना पेट भर लेता है और उससे किसी तरह की डाईजेशन् की समस्या भी नही होती । चावल शुरूआत में चाहे पेट के भर जाने का एहसास दे पर ये खून में शुगर की मात्रा को बढ़ा देता है जिससे उस वक्त व्यक्ति की भूख शांत हो जाती है पर कुछ समय बाद उसकी भूख कई गुणा बढ़ कर वापस सताने लगती है । जोकि बीमार व्यक्ति के लिए अच्छा है, क्योकि बीमार पड़ने पर हमारी खाने की इच्छा आमतौर पर कम हो जाती है । चावल की मदद से हम उस वक्त अपनी भूख को बढ़ा सकते है ।
हफ्ते मे कितनी बार भोजन में चावल खाने चाहिए
कई एक्सपर्टस् का मानना है कि आप रोज भोजन में चावल खा सकते है। अगर आप वेट घटाने के लिए डाइट पर है तो हफ्ते मे दो बार चावल खाए और साथ ही सलाद भी ले, ताकि सलाद की वजह से आपको जरूरी रेशा ( पोषक) मिल जाए और अगर वज़न बढ़ाना चाहते है तो रोज चावल खाए उबले हुए आलू या शकरकंदी के साथ ।
क्या है चावल खाने का सही समय ?
कई डाइटिशियन् चावल खाने का सही समय दोपहर को मानते क्यूकिं उस समय हमारा मेटाबोलिज़म अच्छे से काम करता है और साथ ही कार्बोहाइड्रेट की वजह से मिलने वाली अतिरिक्त ऊर्जा भी दिन के समय काम करते खर्च हो जाती है जबकि रात के समय मेटाबोलिज़म धीमा होता है और अतिरिक्त ऊर्जा शरीर मे जमा हो जाती है ।
सामान्य चावल या ब्राउन(भूरे) चावल क्या है बेहतर ?
ब्राउन या भूरे चावल विटामिन बी और शरीर के जरूरी रेशे का अच्छा सोर्स है । ये लम्बे समय तक पेट भरे होने का एहसास देता है जो हमे ज़्यादा खाने से और मोटापे से बचता है । ब्राउन राइस्, चावल को पसंद करने वालो के लिए एक वरदान है, क्योकि इसकी वज़ह से आपका वज़न नही बढ़ता है । इसमे मौजूद रेश की वज़ह से ब्राउन राइस को मधुमेह में अच्छा माना जाता है ।
सफेद चावल मे भी अपने कुछ गुण है ये आपके लिए कैसे काम करता है ये आपके शरीर पर निर्भर करता है । जिनको अपना वज़न कम करना है या जो ज़्यादा मोटे है उन्हे चावल कम ही खाने चाहिए ।
तो ये थी भोजन में चावल से जुड़ी कुछ बाते जिन्हे जानने के बाद, उम्मीद है अब आप चावल का साथ नही छोड़ना चाहेगे बल्कि चावल को मन मुताबिक रूप देकर, अच्छी सेहत और बेहतर स्वाद लाभ उठाएगें ।