रिज़र्वेशन चार्ट – आपने जब भी ट्रेन से सफर किया होगा तो आप रेलवे स्टेशन और ट्रेन कोच में लगे रिज़र्वेशन चार्ट मे अपना नाम ज़रूर ढूंढ़ते होंगे, लेकिन अब आप ऐसा नही कर पाएंगे, क्योंकि ट्रेन में रिज़र्वेशन चार्ट नहीं लगेगा.
आपको बता दें कि रेलवे ने ये सुविधा 1 मार्च से ही बंद करने का ऐलान किया था और 6 महीने के अंदर इसे सभी स्टेशनों पर लागू करने की बात कही थी.
31 अगस्त को 6 महीने की समय सीमा खत्म होने के बाद लगभग सभी स्टेशनों पर ये सुविधा बंद हो चुकी है और अब आपको अपना नाम रिजर्वेशन चार्ट जगह डिजिटल डिस्प्ले बोर्ड में दिखेगा. दरअसल, रेलवे ने कागज़ की बर्बादी रोकने और पर्यावरण को स्वच्छ रखने के लिए ये कदम उठाया है. इससे मैनपावर की भी बचत होगी और साथ ही इससे डिजिटलाइजेशन को भी बढ़ावा मिलेगा.
यह प्रणाली हिन्दी और अंग्रेजी दोनों भाषाओं में उपलब्ध है.
आपको बता दें कि मुंबई और दिल्ली के कई बड़े रेलवे स्टेशनों पर रिज़र्वेशन चार्ट लगाने की व्यवस्था की एक मार्च से ही हटा दी गई है. और फिर 6 महीने के अंदर देश के तमाम रेलवे स्टेशनों पर इलेक्ट्रॉनिक चार्ट डिस्प्ले लगा दिया गया है.
हालांकि चार्ट सुविधा हटाने के बाद अब ट्रेन टिकट बुक कराते समय यात्रियों को मोबाइल नंबर देना ज़रूरी होगा, क्योंकि रेलवे उन्हें बर्थ, कोच और ट्रेन से जुड़ीं तमाम सूचनाएं एसएमएस के ज़रिए भेजेगी.
यात्री रेलवे स्टेशनों पर लगे इलेक्ट्रॉनिक चार्ट डिस्प्ले पर रिजर्वेशन की स्थिति को जान सकते हैं. हालांकि कुछ छोटे स्टेशनों पर अभी भी इलेक्ट्रॉनिक चार्ट डिस्प्ले की सुविधा नहीं है, वहां स्टेशन पर कागज के आरक्षण चार्ट लगाए जाते हैं, लेकिन कोच के बाहर चार्ट चिपकाने की सुविधा यहां भी खत्म कर दी गई है.
पर्यावरण को साफ रखने और कागज़ की बर्बादी रोकन के लिए रेलवे द्वारा उठाया गया ये कदम वाकई सराहनीय है. अब उम्मीद की जानी चाहिए कि वो ट्रेनों को समय पर रखने के लिए भी कदम उठाएगी और यात्रा के दौरान यात्रियों की सुरक्षा का भी ध्यान रखा जाएगा.
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