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इंसाफ पाने के लिए मुस्लिम परिवार के 13 लोगों ने बदल लिया धर्म

धर्म परिवर्तन का मामला

उत्तर प्रदेश में धर्म परिवर्तन का मामला सामने आया है. पुलिस की ओर से इंसाफ न मिलने से परेशान होकर एक मुस्लिम परिवार के 13 सदस्यों ने हिंदू धर्म अपना लिया. अब तक तो लोग प्यार में ही धर्म बदलते थे, लेकिन अब इंसाफ न मिलने पर भी धर्म बदल रहे हैं.

दरअसल, ये धर्म परिवर्तन का मामला है यूपी के बागपत जिले के बदरखा गांव का. जहां एक मुस्लिम परिवार के बेटे की मौत हो गई. परिवार वालों का आरोप है कि बेटे की हत्या रसूखदार नेता ने करवाई है और उसे मारकर शव को दुकान में फांसी के फंदे पर लटाकर उसे आत्महत्या का रूप दे दिया. इस मामले में पुलिस का रवैया भी बहुत ढीला रहा और अपने मुस्लिम समुदाय के लोगों ने भी अख्तर अली (मृतक का पिता) का साथ नहीं दिया.

इससे मायूस और परेशान होकर उसके परिवार के 13 सदस्यों ने मंगलवार को हिंदू धर्म अपना लिया.

इलाके के पुराने शिव मंदिर में यज्ञ के बाद नामकरण किया गया जिसके बाद अख्तर अली का नाम धर्म सिंहि हो गया. धर्म परिवर्तन के बाद हिंदू समाज के लोगों ने उन्हें इंसाफ की लड़ाई में साथ देने का भरोसा दिया. परिवार की महिलाओं ने भी हिंदू धर्म अपना लिया है और अब उनका कहना है कि वो पूरे हिंदू रिति-रिवाज़ों का पालन करेंगी.

कुछ लोगों ने परिवार को समझाने की कोशिश की, मगर उनका कहना है कि वो अपनी मर्ज़ी से धर्म बदल रहे हैं और उनपर किसी तरह कोई दवाब नहीं है. धर्म परिवर्तन के बाद परिवार के सदस्यों ने मंदिर परिसर में जय श्रीराम, भारत माता की जय के नारे लगाए. परिवार के लोगों ने गायत्री मंत्र बोलकर यज्ञ में आहुति दी. परिवार के सभी 13 सदस्यों का नामकरण कर उन्हें हिंदू नाम दिया गया.

धर्म परिवर्तन का मामला – दरअसल, अख्तर अली के बेटे गुल हसन का शव 22 जुलाई को उसकी ही दुकान पर मिला. पुलिस ने इसे आत्महत्या का मामला बताया, लेकिन अख्तर अली बार-बार कहते रहे कि उनके बेटे की हत्या हुई है, लेकिन पुलिस ने इस मामले में उनकी एक नहीं सुनी और मुस्लिम समाज ने भी उनका साथ नहीं दिया, इसलिए मायूस होकर उन्होंने हिंदू धर्म अपना लिया.

धर्म परिवर्तन का मामला – जहां तक इंसाफ का सवाल है उसका धर्म से कोई लेना-देना नहीं होना चाहिए, लेकिन हमारे इस धर्मनिरपेक्ष देश में धर्म आज भी बहुत बड़ा माना जाता है और इसी के आधार पर लोगों को बांटने का काम होता है.