हर छोटी-छोटी बात पर लड़ना और फिर रूठना-मनाना जैसे एक रिवाज़ होता है जो दो बेहनो से कभी कोई नहीं छिन सकता. एक वक़्त वो भी आता है जब छोटी बहन, बड़ी बहन को कंधा देती है ताकी वो मिलकर उस मुसीबत का सामना कर सके. दो बहनो की सबसे मुश्किल घड़ी आती है जब दोनो के जुदा होने का वक़्त आता है. बिदाई का वक़्त ऐसा वक़्त होता है जब पुरानी सारी यादें जैसे आँखों के सामने आती है और तब हमें इस सुन्दर रिश्ते की अहमियत का एहसास होता है.
हम जब इस दुनिया मे आते हैं तो भगवान कुछ रिश्ते हमारे लिये बना के भेजते हैं, उनका निभाना हमारे उपर छोड़ देते हैं. उम्मीद है कि आप इस रिश्ते को ताउम्र सहेज कर रखें.