रेखा की शादी – रेखा बॉलीवुड की वो अदाकारा हैं जिन्हें किसी पहचान की मोहताज नहीं।
बॉलीवुड में अपने अभिनय का जलवा बिखेरने वाली रेखा ने बॉलीवुड के महानायक अमिताभ बच्चन को भी अपना दिवाना बना दिया था। एक सफल अभिनेत्री होने के बावजूद रेखा की जिंदगी बहुत उतार चढ़ाव वाली रही। न जाने क्यों लेकिन रेखा के साथ वो कभी नहीं हुआ जो वो चाहती थी। उन्होंने जिस चीज की चाह रखी वह उनसे दूर होती चली गई।
रेखा की निजी जिंदगी पूरी तरह से फिल्मी रही।
फिल्मों में किरदार निभाने वाली रेखा जिंदगी में भी बस किरदार ही निभाती रह गई। उनकी शादी बॉलीवुड का एक किस्सा बन गया है। सुनकर बहुत हैरानी होगी कि रेखा ने जिससे शादी करने का फैसला लिया उसे सिर्फ एक महीने पहले ही मिली थी। उन्होंने मुकेश अग्रवाल से शादी की जिन्होंने शादी के सात महीने बात ही आत्महत्या कर लिया था।
रेखा से मिलने के महीने भर बाद ही मुकेश रेखा के घर प्रपोज करने पहुंच गए। मुकेश का यह हौसला रेखा को बहुत पसंद आया और उन्होंने तुरंत शादी के लिए हां कर दिया। फिर क्या था दोनों तुरंत ही शादी करने के लिए मंदिर चले गए। जब रेखा और मुकेश मुक्तेश्वर देवालय पहुंच तो करीब रात के साढ़े दस बजे थे। मंदिर के पुजारी संजय बोडस सो रहे थे लेकिन दोनों ने पंडित जी को उठाया और शादी की बाते बताई। बोडस रेखा को पहचान गए इसलिए उन्होंने शादी के लिए हामी भर दी।
फिर क्या था रात में ही मंदिर में दोनों को शादी के सूत्र में बांधने वाला मंत्र शुरु हो गया। इस तरह दोनों एक तो हो गए. रेखा की शादी हो गई. लेकिन इसके तीन महीने बाद ही रेखा अपने पति मुकेश से बोर हो गई।
रेखा को तो अपनी गलती का अहसास शादी के पहले हफ्ते में ही हो गया था जब दोनों हनीमून पर लंदन में थे। इसके पीछे कई कारण थे लेकिन दो सबसे बड़ी वजह थी। पहली, यह की मुकेश का 10 सालों से इलाज चल रहा था जिसे मुकेश ने छुपाया। दूसरा, यह की इलाज करने वाली साइकोथेरेपिस्ट आकाश बजाज के साथ मुकेश रिलेश्नशिप में थे जिसे शादी के बाद भी वो छोड़ना नहीं चाहते थे।
रेखा की शादी के बाद जैसे जैसे रेखा को पति के राज पता चलता गया दोनों के रिश्तों की खाई और भी बढ़ गई ।
इसके बाद ही रेखा ने यह कहते हुए रिश्ता खत्म कर दिया कि “मैं उस तरह की महिला बिल्कुल नहीं हूं, जो झूठ के साए में जीवन जीए। ऐसी शादी का क्या मतलब, जिसका कोई भविष्य ही न हो।”
ये था रेखा की शादी का राज़ !