क्या है इन बदनाम गलियों की सच्चाई
- जवानी में वेश्याओं को अपने जिस्मफरोशी के धंधे के दौरान अक्सर गर्भ निरोधक गोलियां खानी पड़ती हैं ताकि वो गर्भ ठहरने की चिंता से मुक्त रह सकें.
- जवानी में तकरीबन हर रोज़ इन वेश्याओं को अपने ग्राहकों को खुश करना होता है, जिसके लिए इन वेश्याओं को कई बार अपने मासिक धर्म रोकने के लिए गोलियों का सेवन करना पड़ता है.
- जिस्मफरोशी के दलदल में फंसी कई महिलाएं जवानी में ही एड्स जैसी जानलेवा बीमारी की शिकार हो जाती हैं, जिससे उनका बूढ़ापा बीमारी से जूझते हुए गुजरता है.
- एक महिला को वेश्या बनाने में एक मर्द का ही हाथ होता है लेकिन इस बात को भूलकर समाज हमेशा वेश्याओं को हीन भावना से देखता है, जिससे बूढ़ापे में भी उसे इज्जत की ज़िंदगी नसीब नहीं होती है.
इस दलदल में कदम रखनेवाली हर वेश्या की कोई न कोई मजबूरी रही होगी.
इन वेश्याओं की जवानी तो बार-बार अपने ही जिस्म का सौदा करके आराम से कट जाती है लेकिन बूढ़ापा कितने मुश्किलों से गुज़रता है इसका दर्द एक वेश्या के अलावा और कोई नहीं जान सकता.