दुनिया की असलियत – यह दुनिया हमें लगता है के केवल इंसानो के सुखो को पूरा करने के लिए ही बनी है, और इसी कारण हम धीरे-धीरे वास्तविकता को भुलाकर अपनी ही कब्र खोद रहे हैं.
हम ऐसा जाने अनजाने में नहीं बल्कि सब जानते हुए जानबूझकर कर रहे हैं. इसलिए आज हम आपके लिए दुनिया की कुछ ऐसी असलियत दिखाने वाली तस्वीरें लाए हैं जिनके जरिए आप समझ सकेंगे की हम मानव के द्वारा किए गए किन नुकसानों की बात कर रहे हैं.
हम इस दुनिया को इस समय को बहुत अच्छे से समझते हैं बहुत अच्छे से जानते हैं, ऐसा केवल हमे ही लगता है क्योंकि जो इस दुनिया में जो इस समय में हो रहा है वो किसी अत्याचार से कम नहीं है और इस बात का ध्यान रखना चाहिए की जो भी हम कर रहे हैं या होने दे रहे हैं वो हमारे बच्चो पर जायेगा और इसीलिए हमे अपनी आँखे खोलने की ज़रूरत है।
दुनिया की असलियत –
१. जिस दर से पेड़ो को काटा जा रहा है उस दर के हिसाब से यही भविष्य नज़र आता है जब पेड़-पौधे और जानवर देखने को भी नहीं मिलेंगे और बस इसी तरह से जीवन व्यतीत करना पड़ेगा।
२. इस तस्वीर न जाने कितनी चीज़े बयान होती है, जिस हिसाब से पेड़ कट रहे हैं और लगाए जा रहे है उसमे बहुत बड़ा अंतर है और यह कोई अच्छी बात नहीं है आप खुद ही समझ सकते हैं देख कर इस तस्वीर को।
३. अगर पेड़ नहीं तो जीवन नहीं, यह तस्वीर इंसानों की नासमझी को दर्शाती है जिसमे वो उन्ही पेड़ को काट रहा है जो उसे धुप से बचा रहे हैं।
४. इस तस्वीर को कौन समझ पा रहा है, कोई है जो इस तस्वीर के पीछे के मतलब को समझ सके, अगर ऐसा ही चलता रहा तो जानवर सिर्फ चिड़ियाघरों में ही देखने को मिलेंगे जंगलों में नहीं।
५. इस तस्वीर में लिखी हुई बात को पढ़िए, फैशन ऐसी स्तिथि पर आ चुका है जहा अगर एक भिखारी के कपडे भी ऑनलाइन कर दिए जाए तो वो भी हज़ारों में बिक जायेंगे तुरंत ही।
६. कमाल है! खुबसूरत, एहसास से भरी हुई और प्रेरित कर देने वाली इस कला को हम सलाम करते हैं और जिसने इसे बनाया उसको भी, बहुत से लोगो को इसे देखने और इसे समझने की ज़रूरत है। हम तरक्की के नाम पर जो हमारी रक्षा करती आई है उसे ही काट देते है।
दोस्तों अगर हमें इस दुनिया को बदलना है और अपनी आने वाली पीढ़ी के लिए उन सभी तथ्यों को बचाना है जो जीवन व्यतीत करने के लिए आवश्यक हैं और इन्हें हमारे अलावा और कोई नहीं बचा सकता, अगर हम सभी यह सोचते रहे की सरकार या वैज्ञानिकों को इस विषय में कुछ करना है तो शायद बहुत देर हो जाए.
ये है दुनिया की असलियत – हम सभी को मिलकर इन तथ्यों को अपनी आने वाली पीढ़ी के लिए बचाना होगा, इसके लिए शुरुआत हम में से हर के को खुद करनी होगी. अगर आपको दुनिया में बदलाव लाना है तो आपको वही बदलाव पहले अपने अंदर लाना होगा – महात्मा गांधी