धार्मिक गुरु/संस्थाएं
मार्क ट्वेन ने कहा था कि धर्म की शुरुआत तब हुई जब दुनिया का पहला जालसाज़ दुनिया के पहले मूर्ख से मिला था. मार्क की कही ये बात तब भी सही थी और आज भी सही है.
अगर हम गौर से समझे तो ये जानेंगे कि हर तरह के आतंकवाद की जड़ें कहीं ना कहीं धार्मिक कट्टरता से जुड़ी है. धर्म के नाम पर बहका कर किसी को भी एक साधारण इंसान से दुर्दांत आतंकी बनाया जा सकता है. इसका प्रमाण आज भारत पाकिस्तान सीरिया और अन्य देशों में देखे जा रहे धार्मिक आतंकी है.