विकसित देश
सुनकर आश्चर्य होगा पर दुनिया में अलग अलग हिस्सों में फैले आतंकवाद के पीछे कहीं ना कहीं किसी बड़े और विकसित देश का हाथ या समर्थन होता है.
चाहे अमेरिका हो या रूस हो या चीन. सब देश सामने से भलें ही आतंकवाद का खत्म करने की बात कहते हो पर पीछे से आतंकवाद को पैदा करने से लेकर पनाह देने तक का काम करते है.