7. रावण वहां रुककर ही शिवलिंग की तपस्या करने लगा. वह भगवान को नित्य कमल के फूल चढ़ाया करता था. एक दिन कमल का फूल न मिलने पर उसने भगवान शिव को अपना सिर काटकर ही चढ़ा दिया था. 1 2 3 4 5 6 7 8 9 10 Facebook Twitter Google+ Linkedin Pinterest Article Tags: Featured · रावण और भगवान शिव Article Categories: धर्म और भाग्य