राशिद खान – भारत के धमाकेदार इंडियन प्रीमियर लीग का ग्यारहवां संस्करण अपने अंतिम चरण में पहुँच चुका है।
रविवार की शाम मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में आईपीएल विजेता बनने का मकसद लिए चेन्नई सुपर किंग्स व सनराइजर्स हैदराबाद की टीमें आपस में भिड़ेंगी। एक ओर जहां सबकी उम्मीदों पर खरा उतरते हुए 2 सालों के बैन से वापसी करने वाली टीम चेन्नई सुपर किंग्स ने अपने सुपरकूल कप्तान की बदौलत फाइनल मुकाबले में जगह बना ली है। वहीं दूसरी ओर पिछले कुछ मुकाबलों को छोड़कर देखा जाए तो हैदराबाद का प्रदर्शन भी इस टूर्नामेंट में काफी अच्छा रहा है।
शुक्रवार की शाम फाइनल में जगह बनाने के लिए खेले गए मैच में हैदराबाद ने कोलकाता नाईटराइडर्स को पटखनी देते हुए चेन्नई सुपर किंग्स के खिलाफ फाइनल में जगह बना ली है। हैदराबाद की जीत में युवा अफगानी खिलाड़ी राशिद खान काफी सुर्ख़ियों में रहे। अपने आलराउंड प्रदर्शन के दम पर राशिद ने न सिर्फ अपनी टीम को जीत दिलाने में अहम भूमिका निभाई, बल्कि अफगानिस्तान क्रिकेट टीम को भी विश्व मंच में एक नई पहचान दिलाने में कामयाब रहे।
अफगानिस्तान क्रिकेट टीम से खेलने वाले राशिद खान के प्रदर्शन को देख क्रिकेट के कई बड़े दिग्गज इनकी तारीफों के पुल बाँधने में लगे हुए हैं। लेकिन आज से कुछ सालों पहले तक क्रिकेट की दुनिया इस युवा चेहरे से पूरी तरह अनजान ही थी। अफगानिस्तान क्रिकेट टीम के हालिया मुकाबलों में शानदार प्रदर्शन के बाद आईपीएल में अपना डंका बजाने से राशिद के लिए संभावनाओं के कई नए दरवाजे भी खुल गए हैं।
टी-20 के सर्वश्रेष्ठ गेंदबाज हैं राशिद खान
कोलकाता के खिलाफ मुकाबले में मैन ऑफ़ द मैच का खिताब पाने वाले राशिद को क्रिकेट के भगवान सचिन ने भी मौजूदा समय का सर्वश्रेष्ठ टी-20 फिरकी गेंदबाज का तमगा दे दिया है। किसी भी युवा खिलाड़ी के लिए सचिन से तारीफ़ पाना विश्व कप जीतने से कम नहीं है।
राशिद खान टी-20 गेंदबाजों की आईसीसी रैंकिंग में पहले पायदान पर काबिज हैं। साथ ही एक दिवसीय मुकाबलों के श्रेष्ठ गेंदबाजों की आईसीसी रैंकिंग में उन्हें दूसरा स्थान हासिल है।
2017 में बने आईपीएल का हिस्सा
राशिद ने अपने आईपीएल करियर की शुरुआत साल 2017 में हैदराबाद की ओर से खेलते हुए ही की थी। हालांकि बीते आईपीएल राशिद को खेलने के अधिक मौके नहीं मिले, लेकिन इस साल मिले मौके को भुनाने में राशिद पूरी तरह से कामयाब रहे हैं।
पूर्वी अफगानिस्तान में हुआ जन्म
राशिद का जन्म साल 1998 में पूर्वी अफ़ग़ानिस्तान के नांगरहार प्रांत में हुआ था। जलालाबाद से ताल्लुक रखने वाले राशिद कुल 10 भाई-बहनों में से एक हैं।
अफगान युद्ध के दौरान सहनी पड़ी थी तकलीफें
अफगानिस्तान में जंगी हालातों के चलते राशिद के परिवार को भी काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ा था। अफ़ग़ान युद्ध में दौरान राशिद व उनका परिवार कुछ सालों के लिए अफ़ग़ानिस्तान छोड़ पाकिस्तान चला गया था।
युद्ध के बाद भी जारी रहा संघर्ष
अफ़ग़ान युद्ध की समाप्ति के बाद राशिद खान का परिवार पाकिस्तान से वापस अपने घर, अफ़ग़ानिस्तान लौट आया। लेकिन इसके बाद ज़िन्दगी को वापस पटरी पर लाने की जद्दोजहद शुरू हो गई। इस दौरान राशिद खान ने अपनी स्कूली पढ़ाई जारी रखी।
शाहिद अफरीदी को आदर्श मानते हैं राशिद खान –