बलात्कारियों को फांसी – एमपी में बढ़ते बलात्कार की घटनाओं को देखते हुए वहां की सरकार ने बलात्कारियों को फांसी देने का ऐलान किया है. लेकिन अब देखना ये है कि क्या अन्य राज्य भी बलात्कारियों के खिलाफ ऐसे कदम उठाते हैं या नहीं.
देखा जाए तो दुनिया में भारत एक ऐसा देश माना जाता है जो महिलाओं के लिए बिल्कुल भी सुरक्षित नहीं है. यहां की राजधानी दिल्ली दुनिया में बलात्कार के मामले में दूसरे नंबर पर आती है और भारत में अव्वल.
किसी अन्य राज्य का तो पता नहीं लेकिन दिल्ली सरकार को जल्द ही इन बलात्कारियों के खिलाफ कुछ कड़े कदम उठाने चाहिए अन्यथा दिल्ली को रेपिस्ट सिटी का नाम मिलने से कोई नहीं रोक सकता.
दिल्ली के अलावा भारत में मुंबई एक ऐसा शहर है जहां रात में महिलाएं बिल्कुल भी सुरक्षित नहीं है.
यहां रात को किसी भी लड़की का घर से बाहर रहना खतरे से खाली नहीं है. खासतौर से मुंबई के नाइट क्लब्स में. लेकिन मुंबई पुलिस के कारण इन बलात्कारियों पर काफी हद तक रोक लगी है लेकिन फिर भी मुंबई भारत में बलात्कार के मामलों में दूसरे नंबर पर आता है और दुनिया में छठे स्थान पर. गौरतलब है कि अभी तक महाराष्ट्र सरकार ने इस विषय पर कोई भी कदम नहीं उठाए हैं.
इसके अलावा भारत में मध्य प्रदेश के शहर जबलपुर में साल 2011 में सबसे ज्यादा रेप विक्टिम पाए गए थे. यहां पर 14.4 प्रतिशत महिलाओं के साथ बलात्कार का केस दर्ज किया जा चुका था. ऐसा ही कुछ हाल छत्तीसगढ़ के भिलाई इलाके का है जिसे छत्तीसगढ़ का ड्रग जिला भी कहा जाता है. भिलाई में साल 2015 में करीब 1 लाख से भी अधिक रेप केस दर्ज किए गए थे.
इनके अलावा भोपाल, मध्य प्रदेश में हर 1 लाख महिलाओं में से 12.7 महिलाओं के साथ रेप हो चुका है और इंदौर में यही आंकड़े बढ कर 14.9 हैं. यही हाल पंजाब और राजस्थान राज्य का भी है, पंजाब में लुधियाना तो राजस्थान में कोटा शहर में सबसे अधिक रेप विक्टिम पाए गए हैं.
इन सभी आंकडों की मानें तो पूरे भारत देश को ही शायद एमपी की तरह बलात्कारियों को सजा-ए-मौत देने का ऐलान कर देना चाहिए. क्योंकि हमारे इस समाज को ऐसे नामर्दों की बिल्कुल भी जरूरत नहीं है जो किसी नारी पर अत्याचार करें और उनकी जिंदगी बरबाद कर दें.
इस समय भारत रेप के मामलों में दुनिया में दूसरे स्थान पर आता है और शायरेपिस्ट के लिए फांसी की सज़ा मुर्करर कर देश की महिलाओं की गरिमा को सुरक्षित करने में बेहद मदद मिलेगी.
आपको बता दें कि कई देशों में बलात्कारियों को फांसी दी जाती है क्योंकि वहां रेप दरें बेहद कम हैं. अब शायद समय आ गया है जब भारत के सभी राज्यों को ये कदम उठा लेना चाहिए और बलात्कारियों को फांसी घोषित कर देनी चाहिए. क्या सच में बलात्कारियों को फांसी की सज़ा देने से देश में रेप के मामलों में कमी आ सकती है ?
दोस्तो आपका इस बारे में आपकी क्या राय है, क्या बलात्कारियों को फांसी मिलनी चाहिए या नहीं? अपने विचार कमेंट बॉक्स में हमसे जरूर शेयर करें.