पाकिस्तान में रेप की सजा – दुश्मन की हर चीज़ बुरी हो ज़रूरी नहीं, कई बार दुश्मनों से ही हमें बहुत कुछ सीखने को भी मिलता है.
हाल ही में हमारे पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान में भी कुछ ऐसा हुआ जिससे भारत को सबक सीखने की ज़रूरत है. पाकिस्तान में रेप की सजा दी गई यदि वैसी ही सजा हमारे यहां भी हर आरोपी को दी जाने लगे तो शायद गुनगहारों के मन में सजा का डर बैठेगा और वो अपनी हैवानियत पर लगाम रखेंगे.
पाकिस्तान में 7 साल की एक मासूम बच्ची के साथ बलात्कार करने वाले शख्स को फांसी के फंदे पर लटका दिया गया.
लाहौर की कोट लखपत जेल में बुधवार उसे फांसी दी गई. गुनहगार का नाम इमरान अली है जिसने एक नाबालिग बच्ची के साथ बलात्कार किया था. उसने एक ही नहीं, बल्कि कुल 9 लड़कियों के साथ रेप किया जिसमें एक 7 साल की बच्ची भी शामिल थी. इस शख्स को पुलिस ने जनवरी में ही गिरफ्तार कर लिया था. पाकिस्तान के एंटी-टेररिज्म कोर्ट (एटीसी) ने अली के खिलाफ अलग-अलग मामलों में 21 मौत, तीन आजीवन कारावास और 23 साल जेल की सजा सुनाई थी.
रिपोर्ट के मुताबक इमरान ने बच्ची से तब रेप किया जब व अपने रिश्तेदार के यहां गई हुई थी.
बच्ची रिश्तेदार के घर से एक दिन गायब हो गई और 9 जनवरी, 2018 को एक डंप से उसका शव बरामद किया गया था.
जिसके बाद बच्ची की अटॉप्सी रिपोर्ट में गला दबा कर हत्या करने का खुलासा हुआ था. उससे पहले अली ने उसके साथ बलात्कार किया था. मासूम बच्ची की बलात्कार के बाद हत्या के खिलाफ पूरे पाकिस्तान में विरोध प्रदर्शन हुआ था. मामला पाकिस्तान सुप्रीम कोर्ट में पहुंचा था, जहां कोर्ट ने तीन दिन का वक्त देते हुए आरोपी की गिरफ्तारी का आदेश दिया था. बाद में जॉइंट इनवेस्टिगेशन टीम ने इमरान को गिरफ्तार कर लिया था.
पाकिस्तान में रेप की सजा – इमरान को फांसी देते समय वहां मासूम बच्ची के पिता और रिश्तेदार भी मौजूद थे. अब उन्हें अपनी बच्ची तो नहीं मिलेगी लेकिन उसके साथ दरिंदगी करने वाला का ऐसा अंत देखकर ज़रूर उनके दिल को थोड़ा सुकून मिला होगा. काश ही यहां भी हर मासूम से रेप करने वाले को बीच चौराहे पर फांसी पर लटका दिया जाता!