पूरी दुनिया में हमारा भारत ही एकमात्र ऐसा देश है जो विविधताओं से भरा हुआ है. यहां लोगों की जाति, उनके धर्म, उनकी बोली में कई तरह की विविधताएं देखने को मिलती हैं.
हालांकि हिंदुस्तान के लोगों में अपने धर्म को लेकर गहरी आस्था देखने को मिलती है चाहे वो हिंदू हो या मुसलमान, चाहे सिख हो या ईसाई हर कोई अपने धर्म को लेकर गंभीर नजर आता है.
विवधताओं से भरे इस देश में एक ऐसा गांव भी मौजूद है जहां लोगों के दिलों में ही नहीं बल्कि उनके पूरे शरीर में राम बसे हुए हैं. यहां के लोगों में ऐसी जबरदस्त आस्था देखने को मिलती है कि उन्होंने अपने पूरे बदन पर भगवान श्रीराम का नाम लिखवा रखा है.
पूरे बदन पर लिखवाते हैं श्रीराम का नाम
दरअसल हम बात कर रहे हैं छत्तीसगढ़ राज्य के एक अनोख गांव की, जिसका नाम जगगाहन गांव बताया जाता है. इस गांव के सभी लोग धर्म और आस्था के नाम पर सालों से एक अजीबो गरीब धार्मिक परंपरा का निर्वाह कर रहे हैं.
पिछले 100 सालों से चली आ रही इस पंरपरा को गांव का हर सदस्य निभाता है. हालांकि इस परंपरा को किसने और कब शुरू किया इसके बारे में कोई नहीं जानता लेकिन इसका निर्वाह हर कोई करता है.
100 साल पुरानी इस परंपरा के पीछे ये है मान्यता
मान्यता के अनुसार कहा जाता है कि सालों पहले जब उच्च वर्ग के लोगों ने निम्न वर्ग के लोगों को भगवान के दर्शन के लिए मंदिर में प्रवेश करने से रोका तो निम्न वर्ग के लोगों ने इसका विरोध किया.
उच्च वर्ग के लोगों द्वारा मंदिर में ना जाने देने से गुस्साए लोगों ने इसके विरोध में अपने पूरे बदन पर श्रीराम का नाम लिखवाकर एक अनोखी प्रथा की शुरूआत की. जो आगे चलकर परंपरा के रुप में तब्दील हो गई.
यहां के लोगों का मानना है कि इस पंरपरा के तहत पूरे बदन पर भगवान श्रीराम का नाम लिखवाना ही काफी नहीं है इसके साथ-साथ व्यक्ति को अपने विचारों को भी शुद्ध रखना पड़ता है.
गौरतलब है कि सालों पहले उच्च वर्ग की धारणाओं के खिलाफ शुरू की गई इस प्रथा को लोग बड़ी आस्था और श्रद्धा के साथ निभाते आ रहे हैं शायद इसलिए आज भी इस गांव के सभी लोग अपने बदन पर श्रीराम का नाम लिखवाते हैं और अपनी अंतर्रात्मा से उनकी भक्ति में रम जाते हैं.