23 मार्च को देश के क्रांतिकारी भगत सिंह शहीद हुए थे और इसी तारीख पर राम मनोहर लोहिया का जन्म हुआ था। उन्होंने कभी भी अपना जन्मदिन नहीं मनाया क्योंकि उनका मानना था कि ये शहीदी दिवस है।
लोहिया के समाजवाद पर चढ़कर कई नेता आगे निकले थे। चौधरी चरण सिंह, मुलायम सिंह, लालू प्रसाद यादव और नीतिश कुमार सभी कद्दावर नेता इन्हीं के गुण गाते थे। कहा जाता है कि लोहिया जिसके कंधे पर हाथ रख देते थे वो नेता बन जाता था।
आइए जानते हैं राम मनोहर लोहिया जी के बारे में कुछ रोचक बातें -:
– लोहिया जी का कहना था कि स्त्रियों के लिए आदर्श सावित्री को नहीं बल्कि द्रौपदी को होना चाहिए क्योंकि द्रौपदी में धैर्य भी था और त्याग करने की शक्ति भी और वो अपने आत्मसम्मान की रक्षा करने का साहस भी रखती थी।
– वे कहते थे कि हिंदुस्तान इतना बेमतलब हो गया है कि अब इसे तर्क से चलाया नहीं जा सकता है। यहां तो विस्फोट होना चाहिए।
– हमेशा का नियम है कि जो आदमी सही होता है वह अपने ज़माने के बहुमत के लिए पागल होता है। लेकिन इतिहास तय करता है कि कौन पागल है। आज सुकरात को पागल कहा जाता है या उस समय की जनता को जिसने सुकारात को फांसी दी – राम मनोहर लोहिया।
– हमारे यहां वैज्ञानिक ससुर चुनते हैं। जिनका सरकार पर कुछ असर हो।
– लोहिया जी का कहना था कि नर और नारी का स्नेहमय संबंध बराबरी की नींव पर हो सकता है। ये भाव आज तक समाज में अपनी जगह नहीं बना पाया है। जितना ज्यादा सीता, द्रौपदी और पार्वती को ऊंचे और स्वतंत्र आसन पर बैठाया गया उसमें ज्यादा ऊंचा नारी का आसान दुनिया में कहीं नहीं है।
इस तरह राम मनोहर लोहिया जी ने अपने विचारों से लोगों को प्रभावित किया। देश की राजनीति में भी लोहिया जी ने अहम भूमिका निभाई थी।