पांडव
पांच पांडवों का जन्म भी बिना सेक्स के हुआ था. राजा पांडू को शाप मिला था कि अगर उनका मैन वासनामय हुआ तो उनकी मृत्यु हो जाएगी. कुंती को देवताओं का वरदान था कि जिस देवता का वो आह्वान करेगी उन्हें उस देवता जैसा पुत्र प्राप्त होगा.
कुंती ने वो मंत्र पांडू की दूसरी पत्नी माद्री को बताया जिसके फलस्वरूप धर्म से युधिष्ठिर, वायुदेव से भीम और इंद्र से अर्जुन का जन्म हुआ. इसी प्रकार माद्री ने अश्विनी कुमारों का आह्वान किया जिससे उन्हें नकुल और सहदेव पुत्र रूप में प्राप्त हुए.