कौरव
हिन्दू धर्म का सबसे बड़ा महाकाव्य महाभारत कौरवों के बिना कभी पूरा नहीं हो सकता. राजा धृतराष्ट्र की संतानों का जन्म भी सम्भोग या सेक्स के द्वारा नहीं हुआ था. महर्षि वेदव्यास के आशीर्वाद से गांधारी को गर्भ ठहर गया था.
लेकिन जब दो वर्ष तक गर्भ ठहरा रहा तो उन्होंने गर्भ गिरा दिया. उनके गर्भ से निकले मांस पिंड को महर्षि वेदव्यास के कहे अनुसार घी से भर घड़ों में दाल दिया गया. इन्ही घड़ों में गांधारी की 100 संतानों का जन्म हुआ. इनमें 99 पुत्र और 1 पुत्री थी.