रावण वध किसने किया था ?
अगर ये सवाल पुछा जाये तो एक पल भी देर नहीं करते हुए कोई भी जवाब देगा कि रावण वध राम ने किया था.
लेकिन अगर हम ये कहें कि आप गलत है रावण को राम ने नहीं मारा था. रावण की मौत का कारण एक नहीं 6 लोग थे.
आइये आपको बताते है कि वो कौन थे जिन्होंने रावण की मौत पहले ही तय कर दी थी. कौन थे वो लोग जिन्होंने रावण को मृत्यु का श्राप दिया था .
शिव वाहन नंदी
नंदी शिव के सबसे विश्वासपात्र सेवक है.
एक बार रावण शिव के दर्शनार्थ कैलाश गया. वहां नंदी को देखकर रावण ने उनका बहुत उपहास उड़ाया और उनकी तुलना बंदर से की. इस बात से नंदी क्रोधित हुए और उन्होंने रावण को श्राप दिया कि उसकी मृत्यु का कारण वानर ही होंगे.राजा अनरण्य
श्री राम के कुल में एक राजा हुए थे अनरण्य.
जब रावण विश्वविजय के लिए निकला तो उसका सामना अनरण्य से हुआ. दोनों के बीच भयंकर युद्ध हुआ और इस युद्ध में अनरण्य की मृत्यु हो गयी. मृत्यु से पहले उन्होंने रावण को श्राप दिया कि तेरा नाश मेरे ही कुल की संतान द्वारा होगा.
माया
रावण की पत्नी मंदोदरी की बड़ी बहन थी माया.
माया के पति का वध रावण की वजह से हुआ था. माया के पति की मृत्यु के बाद रावण ने माया के साथ दुराचार करने की कोशिश की और वासना से अभिभूत होकर उसके सतीत्व को भ्रष्ट करने की कोशिश की.
रावण की इस हरकत से क्रुद्ध होकर माया ने रावण को श्राप दिया कि रावण की यही वासना कालान्तर में उसकी मृत्यु का कारण बनेगी. तपस्विनी
एक समय रावण अपने विमान में बैठकर आनंद ले रहा था तभी उसकी दृष्टि जंगल में तपस्यारत एक स्त्री पर पड़ी.
वासना के अभिभूत होकर रावण ने उसके साथ ज़बरदस्ती करनी चाही. तपस्या भंग होने और परपुरुष के स्पर्श करने पर उस तपस्विनी ने अपने प्राणत्याग दिए. मरने से पहले तपस्विनी ने रावण को श्राप दिया कि उसकी मौत का कारण भी एक स्त्री ही बनेगी.
शूर्पणखा
जी हाँ रावण को मृत्यु का श्राप देने वाली उसकी अपनी बहन शूर्पणखा भी थी.
शूर्पणखा का पति राजा कल्की का सेनापति था. एक बार रावण और कल्की का युद्ध हुआ. इस युद्ध में रावण ने शूर्पणखा के पति का वध कर दिया. अपने पति की मृत्यु से शूर्पणखा बहुत व्यथित हुई और अपने भाई पर क्रोधित होते हुए उसने श्राप दिया कि रावण का नाश की वजह शूर्पणखा ही बनेगी.
रंभा
स्वर्ग की सबसे खूबसूरत अप्सरा ने भी रावण को श्राप दिया था मृत्यु का.
इसकी वजह थी कि जब रावण इन्द्रलोक गया तो रंभा को देखकर उसकी वासना जागृत हो गयी.
रंभा ने रावण को बताया की वो रावण के बड़े भाई कुबेर के पुत्र नलकुबेर के लिए सुरक्षित है इसलिए रावण की पुत्रवधू सामान है. लेकिन वासना में पागल रावण ने एक ना सुनी और रंभा के साथ संबंध बना लिए. रंभा ने रावण को श्राप दिया कि यदि रावण आज के बाद किसी भी स्त्री के साथ उसकी अनुमति के बिना संबंध की कोशिश करेगा तो मृत्यु को प्राप्त हो जायेगा.
यही कारण था कि रावण सीता के साथ कुछ नहीं कर पाया.
देखा आपने राम तो सिर्फ साधन मात्र थे रावण की मृत्यु तो पहले ही इन 6 श्रापों ने तय कर दी थी.
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