रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने अपना दूसरा रेल बजट कल पेश किया था.
वैसे विपक्षी नेताओं की मानें तो सभी ने बयान दिया है कि बजट में कुछ ख़ास नहीं है. यह तो बस एक तरह से जैसे खाना पूर्ति की गयी है. वैसे जो नेता ऐसा बोल रहे हैं उनमें से कुछ तो रेल मंत्री भी रह चुके हैं और अपने कार्यकाल में उन्होंने ऐसा क्या खास किया था, यह किसी को भी नहीं पता हैं.
बजट की सबसे बड़ी बात यह रही है कि सभी उम्मीद लगा रहे थे कि इस बार यात्री किराये में इजाफा होना ही है तो आम जनता को राहत देते हुए मोदी सरकार ने ऐसा कुछ भी नहीं किया है. साथ ही साथ सुरक्षा, सफाई और नई ट्रेनों के मुद्दों पर जोर दिया गया है. वैसे एक पक्ष ऐसा भी है जो बोल रहा है कि सदियों बाद इतना अच्छा रेल बजट पेश किया गया है.
जनता को नई ट्रेनों की सौगात:-
हमसफर- गरीब रथ की तरह सिर्फ एसी थ्री कोच होंगे. बोगियों में खाना भी मिलेगा.
अंत्योदय- अनरिजर्व्ड कोच ही होंगे.
तेजस – 130KM/hrs की रफ्तार से चलेगी. इसमें लोकल खासियत वाला खाना ऑनबोर्ड मिलेगा. वाई-फाई भी मिलेगा.
उदय – यानी ‘उत्कृष्ट डबल डेकर एयरकंडीशन्ड यात्री’ ट्रेन बिजी रूट्स पर ओवरनाइट चलेंगी.
अब तक कोई नहीं कर पाया यह
हर ट्रेन में 120 लोअर बर्थ बुजुर्गों के लिए होंगी.
33% रिजर्वेशन महिलाओं के लिए होगा.
2 हजार स्टेशनों पर 20 हजार डिस्प्ले स्क्रीन लगाए जाएंगे.
मनोरंजन के लिए गाड़ियों में एफएम रेडियो स्टेशन.
टिकट बुकिंग के वक्त बीमा की सुविधा दी जाएगी.
पैसा जनता से नहीं अब रेलवे में निवेश से आएगा धन:-
अभी सारे मंत्री रेलवे के लिए धन, जनता से ही चाहते थे वहीँ इस बार मोदी सरकार के मंत्री ने धन के अन्य स्रोतों पर जोर दिया है. जैसे कि विज्ञापन और कुछ निजी कम्पनियों की भागेदारी पर जो एक बड़ा कदम बोला जा सकता हैं. आने वाले सालों में रेलवे का विधुतीकरण और नई लाइनें बिछाने पर जोर दिया जा जायेगा. रेलवे को नया करने और एक यादगार यात्रा का सपना पूरा करने एक लिए मंत्री जी ने कई योजनाओं को पेश किया.
रेल मंत्री ने कहा कि सोशल मीडिया के जरिए यात्रियों को सुविधाएं पहुंचाई जाएंगी. अभी यात्री सोशल मीडिया के जरिए जो शिकायत करते हैं उन पर त्वरित कार्रवाई की जा रही है.
ध्यान दें:-
वैसे सब कुछ तो सही है लेकिन इस साल का रेलवे का राजस्व के ऊपर कोई बात नहीं की गयी है जबकि रेलवे इस साल घाटे में गयी है. रेलवे के वित्तीय ढांचे पर कोई जोर नहीं दिया गया है जबकि उसकी हालत खस्ता है. अभी जनता को रेलवे टिकट लेने के लिए भगवान के आशीर्वाद की जरूरत पड़ती है उस ओर सिर्फ बात की गयी है. रेलवे में मिलने वाला खाने की क्वालिटी ना जाने कब सही होगी. वैसे रेलवे का किराया बेशक नहीं बढ़ाया गया है लेकिन ज्ञात हो कि पहले ही तत्काल टिकट और टिकट रद्द कराने का शुल्क बढ़ चुका है.
नये wifi स्टेशन:-
इस बजट में अजमेर, अमृतसर, गया, मथुरा, नांदेड, नासिक, पुरी, तिरूपति, वाराणसी, नागपत्तनम और अन्य पर्यटन स्थलों के स्टेशन आकर्षक बनाने की तैयारी कर ली है. मुम्बई में दो एलिवेटेड उपनगरीय रेलवे कारिडोर- चर्चगेट-विरार और सीएसटी-पणवेल का निर्माण किया जायेगा. भारत के पहले रेलवे आटो केंद्र का चेन्नई में जल्द ही उद्घाटन किया जायेगा. लाजिस्टिक और वेयरहाउस पार्क का विकास सार्वजनिक निजी साझेदारी के आधार पर होगा.
वैसे अगर बोला जाए कि अगर सरकार ने जो बातें बोली हैं वह पूरी हो जाती हैं तो निश्चित रूप से यह ऐतिहासिक होगा और जनता के लिए यह एक रेलवे क्रांति ही होगी