मेहनत और किस्मत कब किसको क्या बना दे ये कोई नहीं कह सकता.
आज हम आपको ऐसे ही कुछ आम शख्शियतों के बारे में बताएँगे जिन्होंने अपनी अलग पहचान बनाकर ख़ास शख्सियत बन गए.
मनोज कुमार
एक आम लेखक की तरह भूतों पर कहानी लिखने वाले भारतकुमार के नाम से फिल्म इंडस्ट्री में अपनी एक अलग पहचान बनाई और फ़िल्मी दुनिया में एक बेहतरीन कलाकार की मिसाल बन गए.
जानीवाकर
पहले सब्जी बेचते थे. फिर बाद में बस में कंडक्टर का काम करने लगे. फिल हिंदी फिल्मों के बेहतरीन हास्य कलाकार बने.
महमूद
ड्राइवर और कसाईं का काम करते करते उन्हें खुद को पता ही नहीं चला कि कब हिंदी फिल्मों के हास्य कलाकार बन गए.
सुनील दत्त
पहले बस सर्विस में काम किया करते थे. फिर रेडियो पर एनाउंसर बने. उनकी आवाज़ ने उनको हिंदी फिल्मों में पहुंचाया.
रजनीकांत
जीवन की शुरुआत बस अड्डे पर कुली का काम करते करते हई. फिर बढाई के काम का भी अनुभव लिया. बाद में बस कंडक्टर का काम करते करते फिल्मों में प्रवेश किया.
नवाजुद्दीन सिद्धिकी
एक वक़्त था कि दिल्ली में चौकीदार का काम किया करते थे. करीब बारह साल के संघर्ष के बाद फिल्म इंडस्ट्री ने उनका स्वागत किया. आज चोटी सितारों में से एक है.
जोहनी लीवर
रास्तों में आवाज़ लगाकर रद्दी को खरीदते थे, फिर पेन बेचना शुरू किया, सड़क पर मिमिक्री करते करते आज बच्चा बच्चा उनके नाम से वाकिफ है.
ये सितारे आपके सामने ऐसे उदाहरणों में से है जो एक आम इंसान से एक ख़ास शख्सियत बन गए.