दूसरों की नौकरी के मुक़ाबले अपना बॉस बनना सबको अच्छा लगता है|
लेकिन जल्दबाज़ी में कोई निर्णय मत लीजिये| अच्छी ख़ासी नौकरी को छोड़ व्यापार करने के जुनून को ज़रा आराम दीजिये, यह शैतान का काम नहीं है!
आईये आपको बताऊँ कौन सी बातों का ध्यान रखना पड़ेगा ताक़ि व्यापार में आप ख़ूब तरक़्क़ी करें:
1) नौकरी से परेशान?
सबसे पहले यह जान लें कि व्यापार करने की दिली इच्छा है या अपनी नौकरी से परेशान होकर यह फ़ैसला ले रहे हैं? अगर परेशान हो कर व्यापार करने का मन बनाया है तो रुक जाइए, यह ग़लत फ़ैसला हो सकता है!
2) दिनचर्या
जब नौकरी में होते हैं तो एक दिनचर्या का पालन करना ही पड़ता है| लेकिन ख़ुद के बॉस बनने के बाद कई बार आज़ादी रास नहीं आती और आलसी बना देती है| ज़रूरी है कि नया काम शुरू करने के बाद भी उतनी ही मेहनत उतने ही अनुशासन के साथ डालें जितनी कि नौकरी में डालते थे!
3) किस तरह का व्यापार
इस पर गहरायी से विचार करना बहुत ज़रूरी है ताक़ि कहीं आप जल्दबाज़ी में किसी ऐसे व्यापार में मेहनत और पैसा ना लगा दें जिस में मुनाफ़े की सम्भावना कम हो या जो वक़्त के साथ ख़त्म हो रहा हो!
4) पैसा
जी हाँ, व्यापार के लिए पैसा लगता है और वो आपके पास अच्छी-ख़ासी मात्रा में होना चाहिए अगर व्यापार को सफ़ल बनाना है तो! किसी भी नए बिज़नेस को जमाने में 2-4 साल लग ही जाते हैं और तब तक मुनाफ़े की उम्मीद करना ख़ुद को निराश करने जैसा होगा!
5) अनदेखे ख़र्चे
यह सबसे ज़्यादा चोट पहुँचाते हैं दोस्तों! सब देख-भाल के व्यापार शुरू करेंगे तब भी कभी ना कभी कुछ ऐसे ख़र्चे निकल आएँगे जिनकी आपने कल्पना भी नहीं की होगी! ऐसे वक़्त के लिए भी आपके पास पर्याप्त मात्रा में धन होना चाहिए या फिर खाली समय में कोई पार्ट-टाइम काम कर लीजिये ताक़ि आमदनी होती रहे!
6) नौकर और मालिक
याद रखो दोस्तों, आपके व्यापार में आप ही नौकर हो, आप ही मालिक हो और हाँ, ड्राइवर, चपरासी, अकाउंटेंट, वगैरह वगैरह भी आप ही हो! तैयार हो इन सभी कामों के लिए? शुरुआत में ही ढेरों कर्मचारी नहीं रख सकते ना, तो काम तो ख़ुद ही करने पड़ेंगे!
7) कमज़ोरियाँ
अपनी शक्ति के बारे में तो पता होना ही चाहिए, उस से भी ज़रूरी है अपनी कमज़ोरियाँ के बारे में ज्ञान होना! अपने आप से झूठ मत बोलिए और अपनी कमज़ोरियों को बेहतर बनाने की कोशिश कीजिये ताक़ि कोई आपका फायदा उठा के व्यापार में नुक्सान ना पहुँचा सके और ना ही आप ख़ुद को नुक्सान पहुँचाएँ!
8) ग्राहक और प्रतिद्वंदी
ना सिर्फ़ अपने ग्राहकों के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी इकट्ठी कीजिये, बल्कि जानिये कि आपके अलावा इस व्यापार में और कौन है जो आपका कट्टर प्रतिद्वंदी हो सकता है!
9) कौन है आपके साथ?
जीवन के इतने बड़े फ़ैसले में क्या आपने अपने घरवालों और ख़ास दोस्तों को शामिल किया? अरे, यही तो वो लोग हैं जो आपको सपोर्ट करेंगे, आपका मनोबल बढ़ाएँगे और मुसीबत के वक़्त आपका हाथ थामेंगे!
10) प्लैन बी
यह बहुत ही ज़रूरी है क्योंकि आप किसी ऐसी स्तिथि में कभी नहीं आना चाहेंगे जहाँ अगर किसी वजह से आप फ़ेल हो गए तो कुछ और काम करने लायक ना पैसे बचें और ना ही मनोबल! इसलिए अपनी नौकरी लड़ के मत छोड़िये, अपने पुराने बॉस के साथ संपर्क रखिये और वो सभी रास्ते खुले रखिये जिसके ज़रिये आप दोबारा नौकरी पा सकें!
इन बातों को ध्यान में रखते हुए निर्णय लीजिये और जब लगे की तैयार हैं एक नयी शुरुआत के लिए, तो फिर कूद जाइए समंदर में, तैरना आ ही जाएगा!
वेश्याओं के रेड लाइट इलाके में हर रोज़ सजती है जिस्मफरोशी की मंडी. इस मंडी…
संघर्ष करनेवालों की कभी हार नहीं होती है. जो अपने जीवन में संघर्षों से मुंह…
वैष्णों देवी माता का मंदिर कटरा से करीब 14 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है.…
धन-दौलत की चाह रखनेवाले हमेशा धन की देवी लक्ष्मी की पूजा-अर्चना करते हैं. माता लक्ष्मी…
साल के बारह महीनों में रमज़ान का महीना मुसलमानों के लिए बेहद खास होता है.…
उज्जैन के क्षिप्रा नदी के पूर्वी किनारे पर बसा है उज्जैन के राजा महाकालेश्वर का…