2) दिनचर्या
जब नौकरी में होते हैं तो एक दिनचर्या का पालन करना ही पड़ता है| लेकिन ख़ुद के बॉस बनने के बाद कई बार आज़ादी रास नहीं आती और आलसी बना देती है| ज़रूरी है कि नया काम शुरू करने के बाद भी उतनी ही मेहनत उतने ही अनुशासन के साथ डालें जितनी कि नौकरी में डालते थे!