भरोसेमंद साथी
रिश्ते सिर्फ प्यार से नहीं बनते रिश्ते बनते है भरोसे से विश्वास से. सोचिये एक दुसरे में प्यार तो बहुत है पर विश्वास रत्ती भर भी नहीं, तो भला कैसे चल पायेगा रिश्ता?
हाँ अगर टाइमपास करना है तो फिर ठीक पर अगर जिंदगी भर का साथ है तो फिर बिना भरोसे के कैसे चलेगा. याद रखिये प्यार एक बार टूटा तो फिर से बन सकता है पर अगर भरोसा ही टूट जाए तो फिर प्यार के लिए कोई जगह नहीं बचती.
आप अगर अपने साथी के प्रति ईमानदार है तो आपका जीवनसाथी भी आपके साथ ईमानदार रहेगा. वैसे भी जिंदगी भर के साथ की बात है ये कोई व्यापर नहीं जिसमे नफा नुक्सान देखा जाये.