9. पहलवानी:-
तो इनके राजनीति के अलावा भी कई शौक हैं. संचेती पहलवानी भी करते हैं. पहलवानों को राजनीति में कम ही शौक होता है. उत्तर प्रदेश से मुलायम सिंह यादव के बाद अगर कोई पहलवान राजनीति में आया है तो वो है संचेती. नागपुर विश्वविद्धयालय में 1977-78 में लॉ कॉलेज के मिस्टर यूनिवर्सिटी बने. छात्र संघ के अध्यक्ष चुने गए. अब तक 100 से अधिक व्यायामशालाएँ बनवाई. इनका कहना है की युवाओं के लिए हर गाँव में एक व्यायामशाला होनी चाहिए. ताकि वो काम के साथ साथ खुद को तंदरुस्त बनने की तरफ भी ध्यान दें. इन्होने नारा भी दिया “गाँव तिथे व्यायामशाला” जिसका हिन्दी अनुवाद है “जहाँ गाँव वहां व्यायामशाला”.