पाकिस्तान के भावी पीएम इमरान खान – पूर्व क्रिकेटर इमरान खान की पार्टी तहरीक ए इंसाफ को हालांकि आम चुनाव में पूर्ण बहुमत नहीं मिला है, मगर निर्दलीय उम्मीदवारों की बदौलत इमरान खान पाकिस्तान के नए पीएम बनने जा रहे हैं.
इस बार चुनाव के पहले से ही लग रहा था कि इमरान खान ही जीतेंग और सेना भी ऐसा ही चाहती थी, मगर इमरान खान के पीएम बनने को भारत के लिए टेंशन बताया जा रहा था, क्योंकि इमरान की सोच सेना से मिलती जुलती है, मगर जीत के बाद पाकिस्तानी आवाम को संबोंधित करते समय इमरान का अलग ही अंदाज़ दिखा.
पाकिस्तान के भावी पीएम इमरान खान ने अपने भाषण में साफ कहा कि वो भारत से दोस्ती चाहते हैं और हर मुद्दे पर बैठकर बात करने को तैयार हैं. इमरान इमरान खान ने कहा कि चुनाव के दौरान उन्हें भारत की मीडिया ने ऐसे दिखाया जैसे उनके आ जाने से दोनों मुल्कों के बीच रिश्ते खराब हो जाएंगे, उन्हें विलेन की तरह दिखाया गया. इमरान खान ने कहा कि वो पाकिस्तान के एक ऐसे शख्स हैं, जिन्होंने भारत को नजदीक से देखा है और बहुत घूमा है. इमरान ने कहा कि क्रिकेट की वजह से वो भारत को सबसे ज्यादा जानने वाले पाकिस्तानी हैं.
उन्होंने यह भी कहा कि दोनों देशों के बीच कश्मीर अहम मुद्दा जिसे बातचीत से सुलझाया जाना चाहिए. पाकिस्तान के भावी पीएम इमरान खान ने कहा कि भारत से बात करने को हम बिल्कुल तैयार हैं, अगर भारत की लीडरशिप एक कदम बढ़ाएगी तो हम दो कदम बढ़ाएंगे. जीत के बाद इमरान खान बोले- 22 साल की मेहनत रंग लाई, हम कानून का राज कायम करेंगे एक दूसरे पर इल्जाम लगाने से कुछ नहीं होगा इमरान ने कहा कि दोष देने से कुछ नहीं होगा, भारत ये कहेगा कि पाकिस्तान उनके यहां गड़बड़ कर रहा है और हम कहें कि भारत ब्लूचिस्तान में सब करा रहा है तो इससे कुछ होने वाला नहीं है. समस्याओं को हल केवल बातचीत से निकल सकता है.
पाकिस्तान के भावी पीएम इमरान खान के भाषण भारत के लिए बहुत सकारात्मक है और इससे भारत की टेंशन थोड़ी कम ज़रूर हुई होगी. संबंधों में सुधार के लिए इमरान ने दोनों देशों के बीच व्यापार बढ़ान की बात कही है जो एक अच्छा विकल्प है, बशर्ते की इसमें पड़ोसी मुल्क इमानदारी बरते. इमरान खान ने अपने भाषण में पाकिस्तानों को भी नया पाकिस्तान देने का वादा किया है और गरीबों, किसानों से लेकर महिलाओं तक का ज़िक्र किया, मगर सैन्य दबदबे वाले पाकिस्तन में क्या इमरान खान अपने किए वादे को पूरा कर पाएंगे? ये तो आने वाला वक्त ही बताएगा.
मगर कम से कम भारत के लिए राहत की बात ये है कि पाकिस्तान के भावी पीएम इमरान खान फिलहाल तो सेना की भाषा नहीं बोल रहें, बल्कि एक समझादार राजनेता की तरह बात कर रहे हैं और अगर ये राजनेता अपनी कही बातों पर अमल करता है तो भारत और पाकिस्तान दोनों के लिए ये अच्छा होगा.