- हनुमाान के रूप में अवतार
त्रेतायुग में जब-जब श्रीराम ने हनुमानजी को गले से लगाया, तब-तब भगवान शंकर अति प्रसन्न हुए हैं. पौराणिक मान्यताओं के मुताबिक श्रीहनुमानजी सतयुग में शिवरूप में थे और शिव तो अजर-अमर हैं. हनुमानजी के जीवित होने के प्रमाण समय-समय पर प्राप्त होते रहे हैं, जो इस बात को प्रमाणित करता है कि हनुमानजी आज भी जीवित हैं. इससे साबित होता है कि भगवान शिव भी हैं जो उनके अवतार माने जाते हैं.
ये है शिव के होने के सबूत – तो इस प्रकार आपके सामने है शिव के होने के सबूत – यह बातें साबित करती हैं आज भी धरती पर शिव विराजमान हैं और शिव का वजूद है बेशक आप मानें या ना मानें.