पिज्जा पर मुनाफ़ा – भारतीयों को विदेशी खाना खूब पसंद आता है और इसी का कारण है कि आज भारत में कई विदेशी फूड ब्रांड्स अपनी पैठ जमा रहे हैं। आपको भारत में हर जगह विदेशी रेस्टोरेंट्स मिल जाएंगें।
मैक डोनल्ड, पिज्जा हट, डॉमिनोज़ जैसी कई फेमस ब्रांड आज भारत में करोड़ो कमा रहे हैं। जहां एक ओर देश में भारतीय ब्रांड्स कुछ ही बचे हैं वहीं दूसरी ओर फूड मार्केट में विदेशी ब्रांड्स की संख्या बढ़ती जा रही है।
भारतीयों को सबसे ज्यादा पसंद है पिज्जा। रोज़ाना पिज्जा हट और डॉमिनोज़ जैसे रेस्टोरेंट्स में पिज्जा खाने वालों की लाइन लगी रहती है। लेकिन क्या आपने कभी ये सोचा है कि पिज्जा बनाने वाले ये रेस्टोरेंट कितना मुनाफा कमाते हैं और एक पिज्जा पर इन्हें कितने पैसे मिलते हैं।
तो चलिए आज हम आपको इसी बात का जवाब देते हुए बताते हैं कि पिज्जा कंपनियों को पिज्जा पर मुनाफ़ा आखिर कितना होता है।
पिज्जा पर मुनाफ़ा – अनुमान के आधार पर लिए गए आंकड़े
– आटे का बेस 15 रुपए
– आटे का बेस बनाने की विधि में खर्च हुए 15 रुपए
– खाने वाली चीज़ 50 रुपए
– सॉस की कीमत 20 रुपए
– ट्रासपोर्ट लागत 20 रुपए
– पिज्जा तैयार करने के लिए दी गई राशि 20 रुपए
– ऑरेगैनो चिली फ्लैक्स और टमैटो सॉस 10 रुपए
– मेंटेनेंस चाज़ेज़ 15 रुपए
अगर इन सभी को जोड़कर देखा जाए तो इनका कुल 145 रुपए होता है। मान लेते हैं कि कंपनी को एक पिज्जा बनाने में ज्यादा से ज्यादा 190 रुपए का खर्च आता है और रेस्टोरेंट्स में एक मीडियम पिज्जा की कुल कीमत 270 रुपए होती है। इसका मतलब है कि कंपनी को हर पिज्जा पर मुनाफ़ा तकरीबन 80 रुपए का होता है।
पिज्जा पर मुनाफ़ा – पिज्जा बनाने वाली कंपनियां रोज़ हज़ारों-करोड़ों लोगों को पिज्जा खिलाती हैं और इन आंकड़ों से पता चलता है कि पिज्जा बनाने वाली कंपनियों को भारत से करोड़ों का मुनाफा हो रहा है।