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इन 5 कैदियों की अंतिम इच्छा सुनकर हंसी नहीं रोक पाएंगें

कैदियों की अंतिम इच्छा – मौत एक ऐसी बला है जो बिन बुलाए कभी भी, किसी भी वक्‍त आ जाती है।

शायद ही हम में से कोई ऐसा इंसान होगा जिसे अपनी मौत की जानकारी होगी या उसे पता होगा कि उसकी मौत कब होगी।

हालांकि, मौत की सज़ा पाए अपराधियों को पता होता है कि उन्‍हें कब और किस तारीख को मौत मिलेगी। ऐसे में इंन अपराधियों से इनकी अंतिम इच्‍छा भी पूछी जाती है। आज हम आपको इस पोस्‍ट के ज़रिए कुछ ऐसे कैदियों की अंतिम इच्छा जानकर आपकी आंखों से आंसू निकल आएंगें लेकिन ये आंसू दुख के नहीं बल्कि खुशी के होंगें।

कैदियों की अंतिम इच्छा –

जॉन वेन गैसी

जब गैसी को अपनी पसंद के आखिरी भोजन के बारे में पूछा गया तो उसने कहा कि उसे केएफसी का फ्राइड चिकन फ्राई, स्‍ट्रॉबेरी और 12 तले हुए श्रिंप की पूरी बाल्‍टी चाहिए। जेल आने से पहले जॉन केएफसी में ही प्रबंधक के पद पर कार्यरत थे। आपको जानकर हैरानी हो रही होगी कि आखिरी वक्‍त में जब इंसान अपनी सांसे गिन रहा होता है तो फ्राइड चिकन के बारे में कैसे सोच सकता है।

रोनी ली गार्डनर

जी हां, दोस्‍तों इस लिस्‍ट में दूसरा नाम आता है रोनी ली गार्डनर का जिनकी आखिरी इच्‍छा था एक एप्‍पल पाई, स्‍टेक, लॉबस्‍टर टेल और वनीला आइस्‍क्रीम के साथ ‘द लॉर्ड्स ऑफ द रिंग्‍स’ देखना। उनकी इस इच्‍छा को पूरा किया गया था लेकिन आपको इसमें थोड़ा अटपटा सा नहीं लगता है कि ये इंसान अपनी जिंदगी के आखिरी पलों में कितना खुश था।

जेम्‍स एडवर्ड स्मिथ

जेम्‍स की आखिरी इच्‍छा बड़ी अजीब थी। उसने अपनी आखिरी इच्‍छा में कहा कि उसे गंदगी का ढेर चाहिए जिससे कि वह वूडू अनुष्‍ठान कर सके। हालांकि, उसकी इस अंतिम इच्‍छा को पूरा नहीं किया गया था।

विलियम बोनिन

विलियम बोनिन की अंतिम इच्‍छा के अनुसार उन्‍हें निष्‍पादित होने से पहले कोका-कोला और पेप्‍सी की 18 बोतलें और चॉकलटे आइसक्रीम के तीन जार दिए गए थे क्‍योंकि वह मधुमेह से करना चाहते थे लेकिन ऐसा नहीं हो पाया। आखिरकार वह मधुमेह के घातक इंजेक्‍शन से मर गए।

फिलिप रे वर्कमैन

इनकी अंतिम इच्‍छा वाकई में बड़ी अनोखी थी। जब इनसे इनकी आखिरी इच्‍छा के बारे में पूछा गया तो इन्‍होंने बताया कि वो चाहते हैं कि बेघर लोगों को एक बड़ा शाकाहारी पिज्‍जा देना है लेकिन उनकी इस इच्‍छा को अस्‍वीकार कर दिया गया। हालांकि, सरकार चाहती तो फिलिप की इस इच्‍छा को पूरा कर सकती थी क्‍योंकि गरीबों और बेघरों को खाना खिलाना कोई बुरी बात नहीं है लेकिन फिर भी ना जाने क्‍यों उनकी अंतिम इच्‍छा को पूरा नहीं किया गया।

तो दोस्‍तों, कुछ इस तरह थी दुनिया के 5 कैदियों की अंतिम इच्छा । इनकी आखिरी इच्‍छा जानने के बाद थोड़ी हैरानी होती है लेकिन अब कर भी क्‍या सकते हैं। कम से कम ये लोग अपनी आखिरी इच्‍छा तो खुद डिसाइड कर ही सकते हैं। इसमें किसी और का हस्‍तक्षेप करना सही नहीं है।

हालांकि, सरकार द्वारा इन सभी की अंतिम इच्‍छा को पूरा नहीं किया गया था और ये लोग ऐसे ही अपने दिल में इस ख्‍वाब को लेकर चले गए।