भारत में अनेक प्रसिद्ध मंदिर है और इन मंदिरों से जुड़े अनसुलझे रहस्य है.
इन मंदिर और जगह का वर्णन पहले से पुराणों और शास्त्रों में किया जा चुका है.
इसके साथ ही पुराणों में इन मंदिरों से जुड़ी भविष्यवाणियाँ, जो भविष्य में सच हो गई तो इन जगहों की विलुप्ति हो जायेगी और भविष्य में यह जगह सिर्फ कथाओं में सुनी जा सकेगी.
तो आइये जानते हैं इन मंदिरों से जुड़ी भविष्यवाणियाँ –
1 – चार धाम में दो धाम बद्रीनाथ और केदारनाथ की विलुप्ति हो जायेगी.
2 – बद्रीनाथ में स्थित नर व नारायण पर्वत जो एक दुसरे के सामने है उनके आपस में मिलन हो जायेगा.
3 – बद्रीनाथ और केदार नाथ जाने का रास्ता पूरी तरह से बंद ही हो जाएगा. जिसके बाद इन दोनों जगह में भगवान के दर्शन बिलकुल नहीं कर पाएंगे.
4 – 12 धाराओं में अलकनंदा व मंदाकिनी का ही अस्तित्व बच गया है, जो आगे जाकर गंगा कहलाती है. देवप्रयाग के बाद अलकनंदा व मंदाकिनी गंगा में विलीन हो जायेगी और अपना अस्तित्व खो देंगी.
5 – गंगा पूर्णरूप से दूषित हो जायेगी. इन मंदिरों के विलुप्त होते ही धरती से विलुप्त हो जायेगी. गंगा का धरती से अस्तित्व मिट जाएगा.
6 – बद्री-केदारनाथ के भगवान् के रूठ जाने का वर्णन लिखा है. कहा जाता है कि भगवान इन स्थानों को छोड़ देंगे.
7 – इन दोनों धाम की महत्ता समाप्त हो जायेगी और यह स्थान प्रकृतिक आपदा के कारण अपना अस्तित्व खो देगी.
8 – स्वर्ग रोहणी (सतोपंथ )जहाँ से धर्म राज युधिष्ठिर स्वर्ग गए. वह सीढियाँ दिखनी बंद हो जायेगी.
ये थी इन मंदिरों से जुड़ी भविष्यवाणियाँ – कहा जाता है कि पुराणों के अनुसार कलियुग के 5000 वर्ष बीतने के पश्चात धरती पर पूर्णरूप से पाप ही पाप का साम्राज्य होगा और कलियुग के पाप बढ़ने के साथ साथ यह मंदिर और देवभूमि विलुप्त होते जायेगी.
वेश्याओं के रेड लाइट इलाके में हर रोज़ सजती है जिस्मफरोशी की मंडी. इस मंडी…
संघर्ष करनेवालों की कभी हार नहीं होती है. जो अपने जीवन में संघर्षों से मुंह…
वैष्णों देवी माता का मंदिर कटरा से करीब 14 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है.…
धन-दौलत की चाह रखनेवाले हमेशा धन की देवी लक्ष्मी की पूजा-अर्चना करते हैं. माता लक्ष्मी…
साल के बारह महीनों में रमज़ान का महीना मुसलमानों के लिए बेहद खास होता है.…
उज्जैन के क्षिप्रा नदी के पूर्वी किनारे पर बसा है उज्जैन के राजा महाकालेश्वर का…