मुस्लिमों को धमकी – उत्तर प्रदेश में जब से भाजपा को बंपर सीट मिली है तब से वहां निजाम ही नहीं आवाम भी बदल गया है.
कुछ दिन पहले तक लोग अखबार में कैराना और शामली में हिंदुओं के पयालन की खबर जोर शोर से पढ़ते थे लेकिन अब उत्तर प्रदेश से खबर आ रही है कि वहां मुस्लिमों को धमकी मिल रही है कि वो अपने घर छोड़कर चले जाएं.
हालांकि प्रशासन अभी इस खबर की स्वीकारोक्ति करने से तो बच रहा है, लेकिन इस घटना पर उसकी पैनी नजर है. पुलिस की अलग अलग टीमें मामले की तहकीकात करने में जुटी है.
आपको बता दें कि बरेली स्थित शीशगढ़ के गांव जिया नगला में समुदाय विशेष के घरों में पर्चा चिपकाकर उन्हें गांव छोड़ने की धमकी दी गई है. खबर आने के बाद तुरंत ही जिला प्रशासन में हड़कंप मच गया.
मामले की गूंज गृह विभाग और डीजीपी कार्यालय तक पहुंच गई है. पुलिस ने जहां मुकदमा दर्ज कर कुछ लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ भी की है वहीं पुलिस ने तीन अलग-अलग टीमें लगाकर इस मामले की छानबीन भी शुरू कर दी है.
हालांकि अभी पुलिस इस मामले को सांप्रदायिक मामला मानने के बजाए उसे एक तांत्रिक का कारनामा मान रही है.
लेकिन दूसरी ओर किसी को इस मामले की भनक न लगे इसलिए वह कस्बे और आसपास स्थित कम्प्यूटर की दुकानों में पड़ताल भी कर रही है. दुकानों में कंप्यूटर की हार्ड डिस्क निकाल कर उनकी जांच की जा रही है. पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि जो पर्चे गांव में दिवार पर लगे हैं वो पर्चे किस कंप्यूटर व प्रिंटर से निकले थे. लेकिन अभी तक इसका पता नहीं चल सका, क्योंकि पर्चे पर न मुद्रक का नाम है न ही चेतावनी देने वाले का.
शुरूआती जांच में इतना पता चला है कि ये पर्चे कम्प्यूटर के प्रिंटर से निकाले गए लगते हैं. पर्चे कहां लिखे गए और किस कम्प्यूटर से इनका प्रिंट लिया गया इसको कुछ अता पता नहीं है.
इसी बात पर मुस्लिमों को धमकी की वजह से जिया नगला गांव में दोनों समुदाय के कुछ लोगों के बीच में दूरियां बढ़ गई हैं. वहीं प्रशासन को डर है कि कहीं ये मामला तूल न पकड़ ले, क्योंकि अगर ऐसा हुआ तो ये चिंगारी अन्य स्थानों पर भी फैल सकती है. जोकि सही नहीं होगा.