शहडोल, मध्यप्रदेश की रहने वाली पूजा वस्त्राकर ने महिला क्रिकेट में 9वें स्थान पर हाल्फसेंचरी बना कर इतिहास रच दिया है.
पूजा वस्त्राकर दुनिया की पहली ऐसी महिला क्रिकेटर हैं जिन्होंने 9वे नंबर पर बल्लेबाजी करते हुए वनडे क्रिकेट में अर्धशतक लगाया हो. दरअसल ये बात है हाल ही में हुए आईसीसीचैंपियंशिक के इंडिया-ऑस्ट्रेलिया के बीच खेली गई वनडेसीरिज की, इस के आखिरी मैच में पूजा ने ऑस्ट्रेलियन महिला गेंदबाज के खिलाफ़ अर्धशतक लगाते हुए ये खिताब अपने नाम कर लिया.
पूजा वस्त्राकर बचपन से ही विरेंद्र सहवाग की बहुत बड़ी फैन हैं और हाल में दक्षिण अफ्रिकी दौरे पर उनके शानदार प्रदर्शन के चलते पूजा को ऑस्ट्रेलिया दौरे में टीम इंडिया में चुना गया.
पूजा हमेशा से ही कुछ बड़ा करना चाहती थी और अपने इसी सपने को पूरा करने के लिए उन्होंने क्रिकेट को चुना और सिर्फ छह साल में क्रिकेट की दुनिया में छा गई.
नौंवे स्थान पर पहले नंबर की बल्लेबाजी कर दिखाई पूजा वस्त्राकर ने
ओसट्रेलिया-इंडिया के बीच ये मैच बड़ौदा के रिलायंस स्टेडियम पर खेला जा रहा था जहा पूजा ने नौंवे स्थान पर बल्लेबाजी करते हुए 56 गेंदों पर 51 रन बनाए. पूजा ने इसमें सात चौके और एक छक्का लगाया. हम सभी जानते हैं की नौंवे नंबर पर खेल रहे खिलाड़ी इतने खास बल्लेबाज नहीं होते और इसी कारण उन्हें लास्ट में मैदान पर भेजा जाता है लेकिन पूजा ने 9वे नंबर पर बल्लेबाजी करते हुए विश्व की पहली सर्वाधारिक स्कोर बनाने वाली महिला क्रिकेटर बनी.
कौन हैं पूजा वस्त्राकर
पूजा मध्यप्रदेश में स्थित शहडोल की रहने वाली हैं. पूजा अपने छह भाई-बहनो में सबसे छोटी हैं और उनका ज्यादातर बचपन सचिनतेंदुलकर और विरेंद्र सहवाग को टीवी पर बैटिंग करते हुए देख कर गुजरा था. पूजा अपने परिवार की एक लौती ऐसी महिला नहीं हैं जिन्होंने देश का नाम ऊँचा किया हो, पूजा की बड़ी बहन ऊषा वस्त्राकर भी नेशनल एथलीट हैं.
पापा की लाडली रही पूजा वस्त्राकर
अपने पिता की सबसे लाडली बेटी होने के कारण पूजा को अपनी फैमली से पूरा सपोर्ट मिला. उन्होंने अपने क्रिकेट करियर की शुरुआत अंडर-14 क्रिकेट से की थी. एक इंटरव्यू में पूजा ने बताया की उनके पिता ने उन्हें हमेशा से ही सपोर्ट किया और हर वक्त कहा करते थे कि ‘खेलोगे कूदोगे बनोगे नवाब’. पूजा टीम में एक ऑलराउंडर खिलाड़ी हैं, वैसे तो उन्हें बैटिंग का शौक था लेकिन एक मैच के दौरान जब उन्हें बॉलिंग की तो चयनकर्ताओ की नजर उनकी बॉलिंग पर पड़ी और तब से वह टीम की फास्टबॉलर भी बन गई.
पूजा वस्त्राकर क्रिकेट केवल छह साल से खेल रही हैं और इतने कम समयमें उन्होंने इंदौर में अपने चेलेंजर ट्रोफी के मैच से सभी का दिल जीत लिया और इसी के आधार पर उनका टीम इंडिया में चयन हुआ. पूजा इससे पहले टी-20 वर्ल्ड कप भी खेल चूकी हैं लेकिन चोटिल होने के कारण उन्हें सीरिज बीच में ही छोड़नी पड़ी. लेकिन पूजा ने हार नहीं मानी और अफ्रिकी दौरे पर टीम में इंडिया में पदार्पण करने का अपना सपना पूरा किया.
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