पहले पुलिस ने लिखित तौर पर छात्रों को चेतावनी देते हुए कहा है कि सुधर जाओ, वरना पुलिस रेड कार्ड दे देगी।
छात्रों के भविष्य को ध्यान में रखते हुए यूपी पुलिस ने ये कड़ा रूख अपनाया है। इसके बावजुद भी जब छात्रों ने पुलिस की बात नहीं मानी और धरना प्रदर्शन और बवाल चालू रखा, तो पुलिस ने मामले पर कड़ा रूख अपनाते हुए करीब 20 छात्रों के खिलाफ रेड कार्ड नोटिस जारी कर दिया है।
आखिर क्यों दिया पुलिस ने छात्रों को रेड कार्ड नोटिस
ये पूरा मामला गोरखपुर की दीनदयाल उपाध्याय यूनिवर्सिटी में चल रहे धरना प्रदर्शन और हंगामें से जुड़ा है।
दीनदयाल यूनिवर्सिटी में धरने और हंगामा करने वाले यूनिवर्सिटी के छात्र नेताओं और अराजक तत्वों से परेशान होकर पुलिस ने रेड कार्ड नोटिस जारी किया है। पुलिस ने नोटिस जारी करने से पहले छात्रों को लिखित तौर पर चेतावनी भी दी थी, लेकिन छात्र नेता दल ने ना ही पुलिस की चेतावनी को सीरियस नहीं लिया और ना ही हंगामा करना बंद किया। जिसके बाद गुरूवार को कैंट पुलिस ने गोरखपुर यूनिवर्सिटी में अराजकता और हंगामा करने वाले 20 छात्रों के खिलाफ रेड कार्ड नोटिस जारी कर दिया।
क्या है रेड कार्ड नोटिस
खबरों के मुताबिक रेड कार्ड पुलिस द्वारा जारी किया गया एक ऐसा नोटिस कार्ड है, जिसमें यूनिवर्सिटी परिसर में धरना प्रदर्शन, हंगामा और अराजकता न करने का सुझाव दिया गया है। इसके साथ ही रेड कार्ड में यह भी बताया गया है कि यदि वह पुलिस की बात नहीं मानते है और इसके बाद भी अपनी गलतियां दोहराने का प्रयास करते है या दोहराते हैं, तो यूपी पुलिस उनके खिलाफ कड़ी कानूनी कार्यवाई करेगी। बता दे कि उत्तर प्रदेश में पहली बार शैक्षणिक स्स्थानों, कॉलेजो में होने वाले प्रदर्शन, बवाल और हंगामे के संबंध में लगातार खबरों और सुर्खियों में रहने वाले छात्र नेताओं और अन्य सभी लोगों के खिलाफ इस तरह पुलिस द्वारा रेड कार्ड जारी किया गया हो।
दीनदयाल उपाध्याय यूनिवर्सिटी के छात्र नेताओं द्वारा इस हंगामें के मामले पर कैंट थाना पुलिस प्रभारी आर. के. राय का कहना है कि छात्रों के भविष्य को लेकर पुलिस को यह कड़ा रूख अपनाना पड़ा है।
पुलिस इन छात्र नेताओं के खिलाफ किसी भी तरह की बड़े स्तर की कानूनी कार्यवाई नहीं करना चाहती है। इसलिए पुलिस ने इस रेड कार्ड नोटिस के जरिए छात्र नेताओं को लिखित स्तर पर चेतावनी देने का प्रयास किया है। लेकिन अगर इसके बाद भी उनमें सुधार नहीं आता और वो यूनिवर्सिटी में हंगामा जारी रखते है, तो पुलिस उन पर कोई ना कोई एक्शन जरूर लेगी। वहीं इस मामले पर गोरखपुर के एसएसपी शलभ माथुर का कहना है कि सीआरपीसी 149 में भी रेड कार्ड का उल्लेख किया गया है। इतना ही नहीं एसएसपी माथुर ने यह भी कहा कि अगर छात्र पुलिस की बात नहीं मानते है और हंगामा बंद नहीं करते है, तो अब छात्र नेताओं के बाद पुलिस इन सभी छात्र नेताओं के परिवार वालों को भी रेड कार्ड देगी, ताकि वो खुद सुधर जाएं और उनके भविष्य के साथ खिलवाड़ न होने दे।
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