पोकेमॉन गो गेम भले ही औपचारिक तौर पर अभी भारत में लॉन्च नहीं हुआ है लेकिन इंटरनेट से लेकर सोशल मिडिया तक हर तरफ बस इसी गेम की चर्चा हो रही है.
इंस्टाग्राम, फेसबुक, वॉट्सऐप पर ज्यादा समय बितानेवाले लोग अब अपना ज्यादातर वक्त पोकेमॉन को पकड़ने में लगा रहे हैं.
पूरी दुनिया में यह गेम धूम मचा रही है.
युवाओं में इस गेम का क्रेज कुछ यूं छाया है कि वो किसी न किसी जुगाड़ से इस गेम को अपने स्मार्टफोन पर डाउनलोड करके खेल रहे हैं.
पोकेमॉन गो जितनी जल्दी पूरी दुनिया में मशहूर हो गया है उतनी ही तेज़ी से इसकी दहशत अब दुनिया के कई देशों में फैलने लगी है और इसके साइड इफेक्ट्स भी अब सामने आने लगे हैं.
इस गेम से होनेवाले नुकसान की बात करने से पहले हम जान लेतें है इस गेम की खासियतें, जिसके दम पर पोकेमॉन गो गेम पूरी दुनिया में तहलका मचा रहा है.
क्या है पोकेमॉन गो ?
पोकेमॉन गो एक ऑगमेंटेड रियालिटी और जीपीएस बेस्ड गेम है. इसे Niantic Labs ने बनाया है. इस गेम में आपके मोबाइल कैमरे का इस्तेमाल किया जाता है.
फोन कैमरा को कहीं भी प्वाइंट कीजिए और आपके सामने उस जगह पर खड़ा हुआ एक पोकेमॉन नजर आएगा. इस गेम में प्लेयर्स को डिजिटल पोकेमॉन को असली दुनिया में घूमते हुए पकड़ना होता है.
कैसे खेलते हैं यह गेम ?
इस गेम को खेलने के लिए गूगल मैप्स का इस्तेमाल होता है, जो आपकी भौगोलिक स्थिति के हिसाब से तय किया जाता है.
उदाहरण के तौर पर अगर आप किसी झील या पानी के आसपास हैं तो आपको वॉटर पोकेमॉन ढूंढना होगा, अगर जंगल या पार्क में हैं तो ग्रास या बग टाइप का पोकेमॉन तलाश करना होगा.
अगर आपने अपने घर के सामने वाली सड़क पर प्वाइंट किया तो सड़क पर खड़ा पोकेमॉन का कोई भी कैरेक्टर आपको दिखाई देगा जिसे कैच करना है.
पोकेमॉन गो पॉकेट मॉन्स्टर (Pocket Monster) का शॉर्ट फॉर्म है. इस गेम में लोग वर्चुअल दुनिया में अलग-अलग शक्लों में मौजूद छोटे-छोटे शैतानों को पकड़ते हैं और फिर उन्हें एक-दूसरे से लड़ाते हैं.
इस तरह खेलने से उनके ग्रेड और प्वाइंट्स बढ़ते हैं.
90 के दशक से पॉप्युलर है पोकेमॉन
साल 1990 में सतोशी ताजिरी ने पोकेमॉन का कॉन्सेप्ट पेश किया था, जिसमें पोकेमॉन को पकड़ना होता था.
साल 1996 में जापान में पोकेमॉन गेम खासतौर पर रोल प्लेइंग वीडियो गेम्स की सीरीज को रिलीज़ किया गया था. हर नए गेम में पिछले के मुकाबले हल्का बदलाव था.
फरवरी 2016 तक, इस गेम की 279 मिलियन यूनिट्स की बिक्री हो चुकी थी जिसमें से 200 मिलियन प्रमुख सीरीज की थीं. पोकेमॉन दुनिया में दूसरे नंबर पर सबसे अधिक बिकने वाला वीडियो गेम है. पोकेमॉन का प्रमुख किरदार पिकाचु है.
जोखिम से भरा है यह गेम
इस गेम के पीछे लोगों की दीवानगी लगातार बढ़ रही है लेकिन इससे होनेवाले नुकसान को जानना भी ज़रूरी है.
ऐसी कई घटनाएं आए दिन सुनने को मिल रही हैं कि इस गेम को खेलते-खेलते कई बार यूजर पोकेमॉन ढूंढने ऐसी जगहों पर चले गए, जहां उनके साथ लूटपाट हुई या फिर वो किसी अन्य प्रकार के हमलों के शिकार हो गए.
खबरों के मुताबिक एक शख्स को तो पोकेमॉन ढूंढने के चक्कर में डेडबॉडी मिल गई. विदेशों में यह ट्रेंड भी देखा जा रहा है कि जो बच्चे सुबह देर तक सोए रहते थे, वे सूरज निकलने से पहले ही पोकेमॉन को ढूंढने निकल जा रहे हैं.
सुरक्षा के लिहाज़ से भी है खतरा
यह गेम यूजर्स की बहुत सारी इन्फर्मेशन ऐक्सेस करता है. यह यूजर के ईमेल अड्रेस, आईपी अड्रेस और लोकेशन को ट्रैक करता है.
इस गेम को खेलने पर आपका पूरा गूगल अकाउंट इस गेम को बनाने वाली कंपनी निऐंटिक के पास होगा, जिससे यूजर्स की बहुत सारी पर्सनल जानकारी रिस्क पर होगी.
इस गेम ने ली एक की जान
पोकेमॉन गो गेम की वजह से एक 18 साल के लड़के की मौत का मामला सामने आया है.
पोकेमॉन गो के खेलने से होनेवाली यह पहली मौत है. कहा जा रहा है कि सेंट्रल अमेरिका के गौटामाला की सड़कों पर यह लड़का पोकेमॉन की खोज कर रहा था. तभी जरसन लोपेज नाम के इस लड़के को गोली लग गई और उसकी मौत हो गई.
कई देशों ने जताई आपत्ति
सुरक्षा के नज़रिए से इस गेम से होनेवाले खतरे को भांपते हुए अब कई देशों में इसके खिलाफ आवाज़ उठने लगी है.
इंडोनेशिया में इसे नेशनल सिक्युरिटी के खिलाफ खतरा बताया गया है. जबकि कुवैत ने सरकारी वेबसाइट्स पर इस ऐप के इस्तेमाल पर बैन लगा दिया है.
इजिप्ट में एक कम्युनिकेशन ऑफिशियल ने कहा कि इस गेम को तुरंत बैन किया जाना चाहिए, क्योंकि ये सिक्युरिटी साइट्स के फोटोज-वीडियोज शेयर कर रहा है और पोकोमॉन गो को एक नए टूल के तौर पर इस्तेमाल किया जा रहा है.
रूस की एक वेबसाइट ने एक आर्टिकल पब्लिश कर दावा किया है कि यह अमेरिकी एजेंसी CIA की साजिश है. जबकि कुछ लोगों ने आपत्ति जताई कि उनके घर या प्रॉपर्टी को पोकेमॉन जिम के तौर पर चिह्नित किया गया है.
बहरहालअ पोकेमॉन गो को लेकर लोगों का बढ़ता क्रेज कहीं उनके लिए घातक न साबित हो जाए.
जहां इस गेम को खेलने के चक्कर में लोग अपनी नींद गंवा बैठे हैं वहीं सुरक्षा की चिंता से कई देश सकते में आ गए हैं.