सांप से ज़्यादा ज़हर – आपको सुनकर हैरानी होगी कि इस दुनिया में कुछ लोग ऐसे भी हैं जिन्हें कई बार सांप काटा है लेकिन वो अब भी जिंदा हैं.
जी हाँ, अब तो लोग ये मानने लगे हैं कि इन लोगों में सांप से ज़्यादा ज़हर है तभी तो ये बचते आ रहे हैं. कहते हैं कि सांप के बार बार काटने से कोई बच नहीं सकता. ऐसे में ये लोग कैसे बच जा रहे हैं बार बार.
ये बड़ी ही दिलचस्प कहानी है. एक नहीं बल्कि २ शख्स हैं जिन्हें सांप काटता है और फिर दोनों को कुछ नहीं होता क्योंकि इनमें सांप से ज़्यादा ज़हर है. आप भी बढ़ें ये दिलचस्प कहानी.
लोग सांप देखते ही भाग खड़े होते हैं, लेकिन ये शख्स एस अहै जिसे एक नहीं २ नहीं बल्कि १५० बार सांप काट चूका है और ये शख्स आज भी वैसा ही है.
एक शख्स का दावा है कि उसे 150 से ज्यादा बार डंसा है खतरनाक नागों ने. वहीं दूसरे के पास भी 72 बार सर्पदंश के दस्तावेज मौजूद हैं. क्या नाग वाकई बदला लेते हैं. अगर नहीं, तो हज़ारों की आबादी में बार-बार सिर्फ दो इंसानों पर ही ये हमले क्यों हुए.
अब इन दोनों की कहानी तो यही कहती है कि सच में कहीं नाग बदला तो नहीं लेते.
ऐसा माना जाता है की ये शख्स जहाँ जाता है वहीँ सांप पहुंचकर इसे काट लेते है.
चाहे उस जगह अब तक के इतिहास में सांप न आया हो, लेकिन इस आदमी के पहुँचते ही सांप भी पहुँच जाते हैं. एक हैं इंदर सिंह ठाकुर, इन्हें नागों ने 72 बार डंसा है, वो जहां भी गए, जिस शहर में रहे, नाग वहां पहुंच गए इन्हें डंसने के लिए. वहीं दूसरी ओर कलादेवी हैं, ज़िन्हें 152 बार डंसने के बाद भी नागों को अभी चैन नहीं मिला है. आपको सुनकर हैरानी हो रही होगी कि भला ऐसे कैसे हो सकता है.
लेकिन ये सच है और हो रहा है.
सबसे हैरान करने वाली बात तो ये है कि एक जगह ऐसी है जहाँ सांप मिलते ही नहीं.
किन्नौर में ठंडे मौसम में सांप मिलते ही नहीं, लेकिन इंदर सिंह पहुंचे, तो वहां भी सांप आ धमके. वो बताते हैं कि कोई एक सांप हो, तो बात समझ में आती है. लेकिन कोबरा, वाइपर, करैत और तमाम तरह के जहरीले सांप आज भी उनके पीछे पड़े हैं.
लोगों के मुताबिक इंदर सिंह की सांपों से बरसों पुरानी रंजिश है.
शायद इंतकाम की कोई बहुत लंबी लड़ाई है, जो अब तक खत्म नहीं हुई. अब तक तो ये फिल्मों में ही देखने को मिला था. अब इस तरह से किसी जीते जागते इंसान को बार बार सांप काटे और वो बचता रहे, पहली बार ही पढ़ रहे होंगे आप लोग.
इस तरह से इन लोगों में सांप से ज़्यादा ज़हर है – बहरहाल ये कहना तो मुमकिन नहीं है कि साँपों की इस शख्स से दुश्मनी है या फिर इस आदमी में ज़हर अब इतना हो चुका है की साँपों के कटाने से कुछ नहीं होता. देखते हैं कब तक ये कहानी चलती रहती है. सांप और इन दोनों की दुश्मनी या खेल कब तक चलता रहेगा और आखिर में कौन हार मानेगा , ये तो समय ही बताएगा.