खिलाड़ियों के विचार – विराट कोहली मैदान में बहुत अच्छा खेलते हैं।
सच्चिन तेंदुलकर की बल्लेबाजी का लोहा तो पूरी दुनिया मानती है। महेंद्र सिंह धोनी की गिनती पूरी दुनिया में सबसे अच्छे विकेट कीपर में होती है। आखिर ऐसी क्या बात है कि इन खिलाड़ियों के आगे पूरी दुनिया सिर झुकाती है। खेलते तो कई लोग अच्छा है लेकिन ऐसा सम्मान कुछ ही लोगों को मिल पाता है जिसके सामने हर किसी का सिर झुकता है।
जैसे श्रीलंका के कुमार सांगकारा को आज भी हर कोई याद करता है। ऐसा क्यों?
ऐसा इसलिए क्योंकि ये अच्छे खिलाड़ी होने से ज्यादा अच्छे इंसान है जिनको पूरी दुनिया फॉलो करती हैं और उन जैसा बनना चाहती है।
लेकिन ये अच्छे इंसान है ये हर किसी को कैसे मालूम? इसका जवाब छुपा है इन खिलाड़ियों के विचारों में।
मतलब?
मतलब जानने के लिए दुनिया के इन 12 बेहतरीन खिलाड़ियों के विचार पढ़िये आपको खुद मालूम चल जाएगा कि क्यों इन्हें दुनिया फॉलो करती है।
खिलाड़ियों के विचार
१ – पेले (Pele)
शुरुआत करते हैं दुनिया के सबसे महान फुटबॉल खिलाडी़ पेले से सो ब्राज़ीलिन खिलाड़ी थे। ये दुनिया के सबसे बेहतरीन खिलाड़ी है। इनका कहना था कि अगर मैं एक दिन मर जाऊं तो मैं ख़ुशी से जाऊँगा क्योंकि मैंने अपना सर्वश्रेष्ठ करने की कोशिश की। मेरे खेल ने मुझे ऐसा करने दिया क्योंकि ये दुनिया का सबसे बड़ा खेल है। इसलिए आज ये जाकर भी लोगों की यादों में है। क्योंकि ये कुछ महान कर के गए थे।
२ – सचिन तेंदुलकर
अब बात करते हैं क्रिकेट के भगवान सच्चिन तेंदुलकर की जिन्होंने खुद पर फेंके गए पत्थर का जवाब ईंट से दिया और वे मानते भी यही हैं। उनका मानना है कि, जब आप पर कोई पत्थर पेंके तो आप उन्हें माइलस्टोन बना लों।
बहुत सही सोच है।
३ – महेंद्र सिंह धोनी
अब बात करते हैं इंडिया के अभी तक के सबसे अच्छे कप्तान और दुनिया के सबसे अच्छे विकेट कीपर- महेंद्र सिंह धोनी की जिनका मानना है कि जब आप बहुत सारे खेल पूरा खेलते हैं तो लोग उस एक खेल के बारे में याद करते हैं जिसे आपने पूरा नहीं खेला।
४ – विराट कोहली
विराट कोहली खुद पर विशवास करने और कड़ी मेहनत को सफलता का सबसे बड़ा मंत्र मानते हैं।
५ – मेरी कॉम
अब बात करते हैं भारत की पहली महिला बॉक्सर की जिन्होंने भारत को बॉक्सिंग में पहला ओलंपिक मेडल दिलाया। वैसे तो इनके कई सारे विचार हैं लेकिन फिलहाल ये महिलाओं को प्रेरित करते हुए कहती हैं कि जब मैं दो बच्चों की मां होकर होकर मेडल जीत सकती हूं तो आप क्यों नहीं? बताइये आफ क्यो नहीं?
६ – साइना नेहवाल
पूरी दुनिया में बैडमिंडन के फिल्ड में भारत का नाम रोशन करने वाली साइना नेहवाल किसी से ना डरने पर विश्वास करती हैं। वो कहती हैं, मेरी फिलिस्फी किसी से नहीं डर के रहने की रही है। मैं अच्छा खेलती हूं तो अच्छी बात है। नहीं तो, मैं सीखूंगी और आगे बढुंगी।
७ – सानिया मिर्जा
अपनी मजहब के मौलवियों और छोटी स्कर्ट की परवाह किए बिना टेबल टेनिस खेलने वाली सानिया मिर्जा की जितनी तारीफ करो उतनी कम है। वो काफी कॉन्फीडेंट रहती हैं। वे कहती हैं, मेरी सबसे बड़ी ताकत है कि कोई मेरा दिमाग नहीं पढ़ सकता।
८ – पी वी सिंधु
बैडमिंटन में ओलंपिक मेडल हासिल करने वाली खिलाड़ी पी वी सिंधु का मानना है कि जब आपका ड्रीम गोल, गोल्ड होता है तो एटिट्यूड, एग्रेशन और पैशन आपको वो सफलता हासिल करने में मदद करते हैं।
९ – रोजर फेडरर
अब बात करते हैं दुनिया के सबसे सम्मानित खिलाड़ी रोजर फेडरर की जिनको हर कोई सलाम करता है। रोजर फेडरर का सक्सेस मंत्र है कि जब आप वो शांति खोज लेते हैं, उस शांति और चुप्पी की जगह, हार्मोनी और कॉन्फीडेंस है जो, तो आप अपना बेस्ट खेलने लगते हैं।
१० – राफेल नडाल
अब बात करते हैं दुनिया के सबसे आक्रामक खिलाड़ी राफेल नडाल की। ये कहते हैं कि मैं हर प्वाइंट से खेल को ऐसे खेलता हूं जैसे कि मेरी पूरी लाइफ इस पर निर्भर करती है।
११ – अभिनव बिंद्रा
जब बात कर रहे हों दुनिया के सबसे बेहतरीन खिलाड़ियों की तो भारत को ओलंपिक में पहला गोल्ड मेडल जिताने वाले अभिनव बिंद्रा की बात करनी तो बनती है। इन्होंने भारत को ओलंपिक में पहला व्यक्तिगत गोल्ड मेडल जिताया है। इनका मानना है कि प्रेक्टिस भी टैलेंट है। प्रीजर्वेंस भी टैलेंट है। हार्ड वर्क भी टैलेंट है।
सही कहा।
१२ – साक्षी मलिक
अंत में बात करते हैं ओलंपिक में पदक दिलाने वाली पहलवान साक्षी मलिक की। जिन्होंने भारत को सालों बाद पहलवानी में ओलंपिक मेडल भारत को जिताया। ये कहती हैं, मेरी मम्मी नहीं चाहती थी कि उनकी बेटी पहलवानी करें। लेकिन कुछ सालों की मेहनत के बाद मेरे परिवार ने मुझे खूब सपोर्ट किया।
ये है बेहतरीन खिलाड़ियों के विचार – तो अब आपको भी इन खिलाड़ियों के विचार और सक्सेस मंत्र पता चल गए हैं। तो अगर आपको भी इन खिलाड़ियों की तरह अपनी लाइफ में सक्सेस माना है तो आज से ही इन विचारों को फॉलो करना शुरू कर दें और पाएं मनचाही सफलता।