ग्रह ईपीआईसी 246393474 बी – विज्ञान में अनेक संभावनाएं हैं, जिस पर वैज्ञानिक हर दिन नए-नए अन्वेक्षण करते ही रहते हैं।
साइंटिस्ट, सौरमंडल की गतिविधियों पर ध्यान रखने के लिए धरती से सेटैलाइट को भेजते हैं, जो हर क्षण ग्रह की जानकारी उन्हें भेजते रहते हैं। कई बार साइंटिस्ट को ग्रह के बारे में नयी जानकारियां प्राप्त होती है, जो भविष्य में उनके लिए उपयोगी रहती है।
वैज्ञानिकों ने पिछले कई वर्षों में सौरमण्डल पर ऐसे कई सैटेलाइट भेजे हैं जिनसे यह पता लगा है कि पृथ्वी के समान अन्य ग्रहों पर भी जीवन हैं। जैसे प्लूटो व मंगल ग्रह के बारे में अक्सर कई रिसर्च सामने आएं और हाल ही में एक अनोखे ग्रह ईपीआईसी 246393474 बी की खोज हुई है। जहां मजह 7 घंटे में आयु 1251 हो जाएगी। यह हैरानी की बात है ही क्योंकि इससे पहले ऐसा नहीं सुना कि किसी मानव की आयु 1251 हो सकती है।
दरअसल, केपलर टेलिस्कोप ने ऐसा ग्रह ढूंढ निकाला है, जिसे अंतरिक्ष का सबसे तेज ग्रह कहा जा रहा है। लेकिन इस ग्रह के बारे में अभी तक प्रमाणिक तौर पर पता नहीं लग पाया है कि एक दिन में यह यह कितने घंटे का वर्ष होगा । अभी तक ट्रैक किए गये आंकड़ों के मुताबिक यही स्पष्ट हुआ है कि यहां 7 घंटे का एक साल रहेगा। फिलहाल, वैज्ञानिक इस ग्रह पर शोध कर रहे हैं।
अगर केपलर टेलिस्कोप द्वारा खोजे गये, इस ग्रह पर यह बात सही निकली तो इसका मतलब यह हुआ कि पृथ्वी के हिसाब से यहां पर 7 घंटे में ही उम्र 1251 साल हो जायेगी। इस ग्रह की ऐसी स्थिति इसलिए है क्योंकि ग्रह का सूर्य की परिक्रमा करने का समय केवल 6.7 घंटे ही है।
केपलर टेलिस्कोप क्या है ?
केपलर एक ग्रह अन्वेषी यानि प्लनेट हंटिंग टेलिस्कोप है, जो अब तक करीब 2300 ग्रहों की खोज कर चुका है। इस नए ग्रह की उसने धरती के एकदम पास ही खोजा है। केपलर ने वर्ष 2013 में K2 मिशन की शुरुआत की थी। उस वक्त ईपीआईसी 246393474 नाम का अनोखा ग्रह खोजा गया।
ग्रह ईपीआईसी 246393474 बी है पृथ्वी के काफी करीब
पृथ्वी के करीब होने के बावजूद इसे मानवीय कॉलोनी के तौर पर फिलहाल विकसित करने की कोई संभावना नहीं है। यह ग्रह धरती से लगभग 5 गुना बड़ा बताया जा रहा है। इस ग्रह में भारी पत्थर मौजूद हैं जिसमें 70 प्रतिशत तक आयरन होने की संभावना व्यक्त की गई है। लेकिन यहां का वातावरण इंसानों के रहने योग्य नहीं बताया जा रहा है।
पिछले वर्षों में खोजे गये अन्य अनोखे ग्रह
सौरमंडल से बाहर सबसे पहले जो ग्रह खोजा गया, वह था 51 पेगासी बी। यह ग्रह सूरज जैसे तारे का चक्कर काटता है। साथ ही अब तक 429 बाह्य ग्रह खोजे गये हैं। इनमें से 89 को गरम बृहस्पति की श्रेणी में रखा गया है। अनोखे ग्रह की श्रेणी में एक दूसरा नाम भी है गरम नेपच्यून।
ये है ग्रह ईपीआईसी 246393474 बी – जैसा कि आप पढ़ सकते हैं कि सौरमंडल पर कई ग्रह हैं। जिनमें अक्सर शोध होते ही रहते हैं। और इनके अलावा कई ऐसे अलग ग्रह खोजे गए हैं, जो पृथ्वी के समान लगते हैं लेकिन उनमें जीवन संभव नहीं है।