अचार हमारे भारतीय व्यंजन का एक अहम हिस्सा है. अचार के साथ खाना खाने का स्वाद डबल हो जाता है. भोजन को स्वादिष्ट बनाने के लिए लोग अक्सर आम, नींबू, आंवला और गाजर से बने अचार का इस्तेमाल करते हैं.
अचार को स्वादिष्ट बनाने और इसे लंबे समय तक सुरक्षित रखने के लिए इसमें तेल, नमक और मसाले का बहुत ज्यादा उपयोग किया जाता है.
वैसे कभी-कभार अचार खाने में कोई बुराई नहीं है लेकिन अगर अचार खाने की आदत में शुमार है तो फिर ये आपकी सेहत के लिए काफी नुकसानदेह भी साबित हो सकता है.
आइए आज हम आपको बताते हैं अचार खाने की आदत से होनेवाले 5 नुकसान, जिसे जानने के बाद आप अचार खाने की आदत को हमेशा के लिए छोड़ देंगे.
अचार खाने की आदत –
1 – पेट की समस्या
अधिक मात्रा में अचार खाने से आपको पाचन से संबंधित समस्या हो सकती है. इतना ही नहीं इससे पेट दर्द और पेट फूलने जैसी तकलीफें भी हो सकती हैं.
एक शोध में भी यह बात सामने आई है कि अचार खाने वाले लोगों में गैस्ट्रिक कैंसर की समस्या होने का खतरा ज्यादा होता है.
2 – शरीर में सूजन की समस्या
ज्यादा मात्रा में अचार खाने से शरीर में सूजन की समस्या भी हो सकती है. क्योंकि अचार को लंबे समय तक सुरक्षित रखने के लिए नमक का बहुत ज्यादा इस्तेमाल किया जाता है.
नमक में सोडियम की मात्रा अधिक होती है जिससे शरीर पर प्रतिकुल असर पड़ता है और शरीर में सूजन आने लगती है.
3 – डायबिटीज के मरीज करें परहेज
अगर आप डायबिटीज के मरीज हैं तो आपको अचार से परहेज करना चाहिए. क्योंकि इसे प्रिजर्व करने के लिए नमक के अलावा चीनी का भी इस्तेमाल किया जाता है. इसका सेवन डायबिटीज के मरीजों के लिए जहर के समान है.
4 – बढ़ सकता है ब्लड प्रेशर
जो लोग हाई ब्लडप्रेशर की समस्या से परेशान हैं उन्हें भी अचार से परहेज करना चाहिए. अचार में अधिक मात्रा में नमक होता है जो ब्लड प्रेशर को और बढ़ाने का काम करता है. इसलिए अचार से दूरी बनाए रखने में ही ब्लड प्रेशर के मरीजों की भलाई है.
5 – आंतों के अल्सर की समस्या
अचार में मौजूद मसालों की वजह से आपको आंतों के अल्सर की समस्या भी हो सकती है. नियमित रूप से अचार का सेवन करने वाले लोगों में यह समस्या ज्यादा देखने को मिलती है. इसलिए जितना हो सके कम अचार का सेवन कम करना चाहिए.
बहरहाल अचार भले ही आपके खाने के स्वाद को डबल करने में काम आता है लेकिन हर रोज अचार खाने की आदत आपके स्वास्थ्य को बुरी तरह से प्रभावित कर सकती है.
इसलिए समझदारी इसी में है कि अचार खाने की आदत को या तो बंद कर दें या फिर उसे बिल्कुल कम कर दें.