पेट्रोल और डीजल के दाम – बीते गुरुवार को कारोबार के दौरान भारतीय रुपया डॉलर के मुकाबले 72.12 रुपये तक पहुंच गया था। लेकिन शाम तक विनिमय बाजार में भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के हस्तक्षेप से रुपया 71.9 पर रुका। डॉलर के दाम में आधे दिन की इस बढ़ोतरी से जनता की पॉकेट में आग लगने की संभावना के सब कयास लगा रहे थे और शुक्रवार को सूरज के आसमान में चढ़ने के साथ ही यह संभावना सच भी हो गई। क्योंकि शुक्रवार के दोपहर तक पेट्रोल और डीजल के दाम में बढ़ोतरी हो गई थी।
मेट्रो शहरों में लगभग 80 रुपया प्रति पेट्रोल
कुछ अनचाहे कारणों से पेट्रोल और डीजल की कीमत लगातार बढ़ रहे हैं और दिसंबर तक इसके आगे बढ़ने की और भी संभावना है। पेट्रोल की कीमत बढ़ने का असर आप इससे भी लगा सकते हैं कि इसके बारे में अब हाउस वाइव्स भी बात करने लगी हैं। शुक्रवार को चार मेट्रो शहर में पेट्रोल की कीमत 80 पार चली गई।
गुरुवार को हुई थी बढ़ोतरी पेट्रोल और डीजल के दाम में
गुरुवार को दिल्ली में पेट्रोल में 20 पैसे और डीजल में 21 पैसे की बढ़ोतरी हुई जिससे चार मेट्रो शहरों में पेट्रोल की कीमत 80 रुपये तक पहुंच गई है। दिल्ली, चेन्नई, कोलकता और मुंबई में डीजल की कीमत 71 रुपये के पार पहुंच गई है।
फिर शुक्रवार को हुई बढ़ोतरी
अभी गुरुवार को पेट्रोल और डीजल के बढ़े हुए दाम को 24 घंटे भी नहीं हुए थे कि शुक्रवार को फिर से इन तरल पदार्थों के दामों में बढ़ोतरी हो गई। शुक्रवार को पेट्रोल के दाम में 0.48 प्रति लीटर और डीजल के दाम में 0.52 प्रति लीटर की बढ़ोतरी हुई। एक दिन में इतना बड़ा इजाफा इससे पहले कभी देखने को नहीं मिला।
इस बढ़ोतरी की सबसे बड़ी मार देश की राजधानी दिल्ली और आर्थिक राजधानी मुंबई पर पड़ी है। देश की राजधानी दिल्ली में शुक्रवार को पेट्रोल के दाम 79.99 रुपये प्रति लीटर हो गए जबकि मुंबई में 87.39 रुपये प्रति लीटर पेट्रोल बिकना शुरू हुआ। यह एक दिन के अंदर सबसे बड़ी बढ़ोतरी मानी जा रही है। शुक्रवार की बढ़ोतरी के बाद दिल्ली में डीजल 72.07 रुपये प्रति लीटर और मुंबई में 76.51 रुपये प्रति लीटर हो गया।
एक दिन में पूरे एक रुपये की बढ़ोतरी
गुरुवार को जहां महाराष्ट्र में पेट्रोल के दाम सबसे ज्यादा 86.91 हो गए थे वह शुक्रवार को 87.39 हो गए। वहीं डीजल गुरुवार तक 75.96 प्रति लीटर था जो शुक्रवार को बढ़कर 76.51 रुपये प्रति लीटर हो गया। एक दिन में पूरे एक रुपये की बढ़ोतरी हुई।
साथ ही डॉलर के दाम में भी आए दिन बढ़ोतरी देखने को मिल रही है। जिससे लोगों को यह आशंका है कि कहीं पेट्रोल के दाम 100 रुपये प्रति लीटर ना हो जाए। बाजार तो यहां संभावनाएं जता रहा है।
28 मई को हुई थी सबसे ज्यादा बढ़तोरी
इससे पहले 28 मई को सबसे ज्यादा पेट्रोल और डीजल के दाम में बढ़ोतरी हुई थी। 28 मई को दिल्ली में पेट्रोल के दाम 78.43 रुपए प्रति लीटर के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंचे थे। उस दिन मुंबई में पेट्रोल की कीमत 86.24 रुपए प्रति लीटर रही थी। डीजल 28 मई को 69.31 रुपए प्रति लीटर पर था लेकिन 27 अगस्त को यह रिकॉर्ड टूट गया था और सोमवार तीन सितंबर को यह एक नए रिकॉर्ड उच्च स्तर पर पहुंच गई थी।
10 सितंबर को भारत बंद
बताया जा रहा है कि रुपए की विनिमय दर में गिरावट और अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के भाव में तेज उछाल से देश में पेट्रोल और डीजल की कीमतें अपने सर्वकालिक उच्च स्तर पर पहुंच गई हैं। डीजल और पेट्रोल के बढ़ते दामों के कारण कांग्रेस पार्टी ने कीमतों में बढ़ोतरी के खिलाफ 10 सितंबर को भारत बंद का ऐलान किया है। अब देखना यह है कि यह बंद कुछ कर पाता है कि नहीं। वैसे जनता को ज्यादा उम्मीदें इस बंद से है नहीं।
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