लेकिन एक समय ऐसा था कि कृषि करने वाला व्यक्ति धनवान हुआ करता था.
आज किसान खेती को छोड़कर मजदूरी करने लगा है. गाँव से किसान शहर आता है और यहाँ वह मजदूरी करता है. किसान जो खेती करने के लिए बना है वह मजदूरी करने लगे तो देश का यह दुर्भाग्य ही बोला जायेगा.
ऐसा ही एक किसान है जिसका नाम पवन कुमार है. पवन अपनी आर्थिक स्थिति से काफी दुखी थे. खेती से उतनी कमाई नहीं हो पा रही थी कि वह दो वक़्त की रोटी समय से खा सकें. इसलिए वह कुछ नया करना चाहता था. हिम्मत और मेहनत के दम पर आज पवन कुमार खास मशरूम की खेती करके महीने के 50 हजार और साल के कुछ 10 लाख रुपैय कमा रहा है.
आज हम आपको यह कहानी इसीलिए बता रहे हैं ताकि इस कहानी से और किसान भी वाकिफ हो जाये-
कहीं पता लगा कि मशरूम की खेती में पैसा है
रांची के रहने वाले पवन कुमार को किसी ने बताया कि गेंहू और चावल से अच्छा है कि वह मशरूम की खेती. मशरूम इस समय अच्छे पैसे में खरीदी जाती है और लोग इसको काफी अच्छी मात्रा में खाते हैं. साथ ही साथ मशरूम को खेती की सबसे अच्छी बात पवन को यह लगी कि इसको उगाने के लिए कोई बड़ी जमीन की भी जरूरत नहीं होती है. पवन को उन दिनों काम की तलाश भी थी.
इसी क्रम में पवन रांची के कृषि संस्थान से ओस्टर मशरूम करने की कला को सीखा था. पवन बताता है कि उसकी संस्थान के लोगों ने काफी मदद की और एक किसान को बताया कि वह ओस्टर मशरूम उगा सकता है.
संस्थान के वैज्ञानिक जानते थे कि ओस्टर पवन कुमार को अधिक धन देगा.
और सीखकर पवन ने मशरूम उगाई
यहाँ से जब पवन मशरूम उगाना सीख जाता है तो वह अपनी मशरूम की खेती शुरू करता है. शुरुआत में तो किसी को नहीं लगा था कि एक छोटा किसान मशरूम उगाकर 50 हजार महीने के उगा पायेगा. पवन ने शुरुआत में ही 20 किलो मशरूम रोज उगाई और इसी के दम पर वह 50 हजार कमाने लगा था. जब लोगों ने पवन की कमाई देखी तो सभी हैरान हो गये थे. जैसे कि यह तो चमत्कार हो गया था.
एक छोटे से किसान से अकेले अपने दम पर वाकई कमाल कर दिया है. आज आसपास के सैकड़ों लोग पवन के पास ओस्टर मशरूम उगाना सीखने आ रहे हैं. पवन सभी की मदद भी कर रहा है.
वैसे एक किसान के लिए साल का 10 लाख कमाना वाकई जैसे चमत्कार है.
भारत जैसे देश में आज लोग साहस,पहल और प्रयोग के दम पर वाकई बड़े-बड़े चमत्कार कर रहे हैं. हाल ही में खबर पता लगी है कि पवन कुमार को जल्द ही सरकार सम्मानित करने की तैयारी कर रही है.