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कभी बरबादी की कगार पर खड़ा ये अखबार आज दुनिया हिला रहा है !

पैराडाइज पेपर्स

आपने न्यूज में पैराडाइज पेपर्स के बारे में तो सुना ही होगा. तो आज हम आपको यह भी बता दे की इन पेपर्स में कुछ ऐसे नाम जुडे हैं जिन पर सारी दुनिया में से कोई भी व्यक्ति उंगली नही उठा सकता था.

लेकिन जर्मन अखबार जूददाशचे जाइटुंग के जरीए दुनिया भर का आजक का सबसे बडा खुलासा सामने आया है –

इस अखबार पैराडाइज पेपर्स ने आईसीआईजे को कुछ ऐसी जानकारी दी जिसमे करीबन 65,149,482,601,70,040 रुपए का भांडाफ़ोड कर दिखाया. पैराडाइज पेपर्स में दुनिया की सबसे ताकतवर रानी, दुनिया के सबसे ताकतवर देश का वाणजिय मंत्री जैसे कई बडे बडे नाम शामिल है. आज इस अखबार ने जो कर दिखाया आज से पहले ऐसा किसी ने नही किया होगा, लेकिन अपाको बता दे आज इतनी उचाईयो पर पहुंचे से पहले यह अखबार बरबादी के कगार पर था.

तो आइए आपको इस बरबाद हुए अखबार की कहानी बताते हैं-

जुददाशचे जाइटुंग की कहानी भी वही से शूरू होती है जहा से नए जर्मनी की. कई अखबार पैसे छापने के चक्कर में अपना संदर्भ भटक जाते हैं. अखबार चलाना बेहद ही महंगा कार्य है और जूददेशचे जाइटूंग जर्मनी में खडा हुआ जहा अमरीकी पुंजीवाद का बोल बाला था.

लेकिन साल 2002 में यह अखबार बंद होने की कगार पर आ गया था. दुनिया भर के बाजारो में मंदी आ गई नतीजा जाइटूंग के विज्ञापन से होने वाली कमाई में भारी गिरावट हुई. बंद होने ही कगार पर आया यह अखबार अपने आखरी दिन गीन ही रहा था की तभी अखबार को नया निवेशक मिल गया जिसने इसमें करीबन 11 अरब रूपए लगा कर उसे बचा लिया. लेकिन इसके बाद अखबार पर अपना खर्च कम करने पर दबाव बनाया गया, जिसके कारण जूददाशचे ने अपने कई सेक्शन और रीजनल एडीशन बंद कर दिए.

बरबादी तक पहुंचे इस अखबार पैराडाइज पेपर्स ने बहुत कुछ झेला है, लेकिन आज यह दुनियाभर में अपने कारनामों के लिए बिक रहा है और तहलका मचा रहा है.